प्रयागराज: विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की बहाली के बहाने सियासत तेज, आंदोलनरत विद्यार्थी जिद पर अड़े, कई बड़ी हस्तियों ने दिया समर्थन

Tricity Today | आंदोलन करते छात्र



पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले ऐतिहासिक इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र संघ पर प्रतिबंध लगाये जाने का मामला विधानसभा में भी उठाया जायेगा। इस पर समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने छात्र नेताओं को भरोसा दिया है। इसके बाद से यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति एक बार फिर गरम हो गई है। छात्र संघ बहाली को लेकर छात्र नेता अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में छात्रसंघ भवन के सामने आंदोलन चल रहा है।

इसको लेकर संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में पिछले कई महीनों से चल रहा आंदोलन अनवरत जारी है। सैकड़ों छात्र इलाहाबाद विश्वविद्लाय छात्रसंघ भवन के सामने महीनों से बैठे हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एवं एमएलसी राजपाल कश्यप ने भी विद्यार्थियों की मांग को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि छात्र लम्बे वक्त से आंदोलन कर रहे हैं। 

मगर विश्वविद्यालय प्रशासन उस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उसे अपनी हठधर्मिता को छोड़कर छात्रों से बात करना चाहिए। छात्रों के लोकतांत्रिक एवं जनतांत्रिक अधिकारों के लिए छात्रसंघ की बहाली कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को विधानसभा के आगामी सत्र में उठाएंगे। विद्यार्थियों की मांग पूरी तरह जायज है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और वर्तमान में एमएलसी रामवृक्ष सिंह यादव ने भी छात्र संघ के इस आंदोलन को बल दिया है। उन्होंने ऐसे हालात में सरोजिनी नायडू के योगदान को याद किया। 

उन्होंने कहा कि नायडू, गांधी के सभी सत्याग्रह आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भाग लिया। वह भारत छोड़ो आंदोलन में जेल भी गईं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की 1925 में कानपुर अधिवेशन में अध्यक्षता कीं। वह इसी अधिवेशन में कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष बनीं। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रबंधन को आंदोलनरत विद्यार्थियों से बातचीत कर मसला हल करने को कहा। छात्र संघ के आंदोलन को भारी समर्थन मिल रहा है। 

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