यूपी विधानसभा चुनाव 2022 :  बाहुबली पूर्व विधायक गुड्डू पंडित होंगे सपा में शामिल, बुलन्दशहर की इस सीट से लड़ेंगे चुनाव

Google Image | पूर्व विधायक गुड्डू पंडित



UP Assembly Election 2022 : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाहुबली पूर्व विधायक गुड्डू पंडित उर्फ श्रीभगवान शर्मा (Guddu Pandit MLA) जल्द समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल होने जा रहे हैं। सपा उन्हें शिकारपुर विधानसभा सीट (Shikarpur Assembly Constituency) से टिकट दे सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, गुड्डू पंडित समाजवादी पार्टी के दिल्ली कार्यालय पर साइकिल पर सवार होंगे। बुलंदशहर की डबाई विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं। हाल में ही एक शादी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद एक बार फिर गुड्डू पंडित सुर्खियों में आए थे।

ब्राह्मणों को 100 टिकट देगी समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी के आंतरिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी बड़ी संख्या में ब्राह्मण प्रत्याशियों को उतारेगी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि करीब 100 टिकट ब्राह्मण उम्मीदवारों को दिए जाएंगे। इनमें बड़ी संख्या पश्चिमी उत्तर प्रदेश की विधानसभा सीटों पर रहेगी। दरअसल, समाजवादी पार्टी भाजपा पर ब्राह्मणों को उपेक्षित करने का आरोप लगा रही है। कानपुर कांड के बाद से लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा पर हमलावर है। रह रहकर कहा जा रहा है कि पूरे राज्य में पिछले 5 वर्षों के दौरान ब्राह्मणों का शोषण किया गया है। समाजवादी पार्टी के नेता जानते हैं कि अगर ब्राह्मणों का आंशिक वोट भी भाजपा से अलग हुआ तो परिणाम बदल जाएंगे।

गुड्डू पंडित और उनके भाई ने सपा के खिलाफ की थी वोटिंग
पिछली विधानसभा में गुड्डू पंडित और उनके छोटे भाई समाजवादी पार्टी के विधायक थे। दोनों बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में गए थे। गुड्डू पंडित ने 2012 में डिबाई विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। उनके छोटे भाई ने शिकारपुर सीट से कामयाबी हासिल की थी। राज्य में बदलती बयार देखकर दोनों भाइयों ने समाजवादी पार्टी को डबल क्रॉस किया था। राज्यसभा चुनाव में विधानमंडल भवन में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट दे दिया था। इतना ही नहीं जब शिवपाल यादव ने विरोध किया तो गुड्डू पंडित और उनके छोटे भाई आक्रामक मुद्रा में नजर आए थे। इसके बाद दोनों को समाजवादी पार्टी छोड़नी पड़ी।

दरअसल, गुड्डू पंडित को भाजपा की ओर से भरोसा दिया गया था कि अगर वह राज्यसभा चुनाव में मदद करेंगे तो 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिल जाएगा। ऐसा नहीं हो पाया और दोनों भाई बीच मझधार खड़े रह गए थे। मजबूर होकर दोनों को राष्ट्रीय लोकदल के टिकटों पर चुनाव लड़ना पड़ा था और करारी हार का सामना किया था। अब एक बार फिर किसी तरह गुड्डू पंडित ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को मनाने में कामयाबी हासिल की है।

गुड्डू पंडित का राजनीतिक इतिहास
सुर्खियों में रहने वाले पूर्व विधायक गुड्डू पंडित नोएडा के गिझौड गांव के मूल निवासी है। बुलंदशहर के डिबाई से बीएसपी के विधायक रह चुके हैं। 2007 से 2012 तक बीएसपी में और 2012 से 17 तक समाजवादी पार्टी के विधायक रहे। 2017 के चुनाव से पहले विधान परिषद चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट करने की वजह से उन्हें समाजवादी पार्टी ने निष्कासित कर दिया था। इससे पहले 2012 के बाद उन्हें बहुजन समाज से भी निकाला गया था। 2017 के बाद उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की कोशिश की, मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। इस बीच 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने गुड्डू पंडित को फतेहपुर सीकरी से टिकट दे दिया। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

अन्य खबरें