Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से ठीक पहले दल बदल का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। अब जानकारी मिली है कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के आधा दर्जन एमएलसी भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) का दामन थाम रहे हैं। इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इनमें गौतमबुद्ध नगर के एमएलसी नरेंद्र भाटी भी शामिल हैं। बुधवार को भाजपा में बसपा-सपा के आधा दर्जन एमएलसी शामिल होंगे।
अगले साल मार्च में खत्म हो रहा है इन सारे एमएलसी का कार्यकाल
मिली जानकारी के मुताबिक जो विधान परिषद सदस्य अपनी पार्टियां छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उनमें सपा के रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, अक्षय प्रसाद सिंह और नरेंद्र सिंह भाटी हैं। आपको बता दें कि नरेंद्र सिंह भाटी समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता था। करीब चार-पांच वर्षों से नरेंद्र भाटी सपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। नरेंद्र भाटी ने कई बार अखिलेश यादव से मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन उन्हें वक्त नहीं दिया गया। अब जब अगले साल मार्च में उनका कार्यकाल खत्म होने वाला है तो उससे ठीक पहले वह भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में महेश शर्मा का समर्थन करने से बढ़ी दूरियां
पिछले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र भाटी खुद समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन हो गया। समझौते में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट बसपा के कोटे में चली गई। इसके बाद जानकारी सामने आई कि नरेंद्र भाटी बसपा में शामिल होकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्हें मायावती ने टिकट नहीं दिया। दरअसल, नरेंद्र भाटी को खांटी समाजवादी नेता माना जाता है और वह मायावती के गृह जनपद के निवासी होने के बावजूद कट्टर बसपा विरोधी रहे हैं। इसके बाद अचानक नरेंद्र भाटी के भाई विजेंद्र सिंह भाटी दल बल के साथ भाजपा में शामिल हो गए। नरेंद्र भाटी के तमाम समर्थकों ने भाजपा उम्मीदवार डॉ.महेश शर्मा को चुनाव लड़वाया था। गौतमबुद्ध नगर जिले में एक तरह से समाजवादी पार्टी पूरी तरह खाली हो गई थी। जानकारों का कहना है कि इस घटना के बाद अखिलेश यादव का नरेंद्र भाटी और उनके परिवार से मोहभंग हो गया।
भाजपा की जॉइनिंग कमेटी जोर शोर से सक्रिय
इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी के विधान परिषद सदस्य बृजेश कुमार सिंह 'प्रिंशु', भी भाजपा का झण्डा थामने जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जॉइनिंग कमेटी के एक सदस्य दूसरे दलों से विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों को भाजपा में शामिल करवाने में सक्रिय हैं। भाजपा के थिंक टैंक का मानना है कि ऐसे नेताओं के पार्टी में शामिल होने से जिलों में स्थानीय स्तर पर बड़ा फायदा मिल सकता है। आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को कमजोर करने के लिए भाजपा ने यह दांव चला है। हालांकि, यह आने वाला वक्त ही बताएगा फिर से कितना फायदा होगा।
बुधवार को लखनऊ में 6 एमएलसी ज्वाइन करेंगे भाजपा
मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के इन सभी छह विधान परिषद सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। बुधवार को लखनऊ के भाजपा मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें अपने समर्थकों के साथ यह सारे नेता भाजपा में शामिल हो जाएंगे। खास बात यह है कि नरेंद्र भाटी जैसे समाजवादी नेता अपने करीब 4 दशक लंबे राजनीतिक कैरियर में पहली बार दलबदल करेंगे।