विधानसभा चुनाव 2022 : यूपी समेत इन 5 राज्यों में होंगे चुनाव, जानिए किस दिन कौन से स्टेट में होगा मतदान

Google Image | Symbolic Photo



Vidhansabha Chunav 2022 : मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर) में विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही चुनावी राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव आयुक्त ने इन सभी प्रदेशों में चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों को पूरी तरह से वैक्सिनेटेड होने पर जोर दिया है। सभी कर्मचारी वैक्सीन की दोनों डोज लिए होंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। पंजाब उत्तराखंड और गोवा में एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होंगे, जबकि मणिपुर में दो चरणों में मतदान होंगे। वहीं उत्तर प्रदेश में कुल 7 चरणों में चुनाव संपन्न होंगे।

पंजाब में मतदान- 14 फरवरी
पंजाब में एक चरण में 14 फरवरी 2022 को मतदान होगा। 117 सीटों वाले पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है। पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल बाद सत्ता में लौटी। कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने, लेकिन करीब साढ़े चार साल बाद कांग्रेस ने उन्हें हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। जबकि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन केवल 18 सीटों पर सिमट गया था। पंजाब में किसी भी दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए कुल 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अप्रत्याशित रूप से 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी।

उत्तराखंड में मतदान- 14 फरवरी
उत्तराखंड में एक चरण में 14 फरवरी 2022 को मतदान होगा। उत्तराखंड में कुल 70 विधानसभा की सीटें हैं। यहां विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च को खत्म हो रहा है। पिछला चुनाव 2017 में एक ही चरण में मतदान हुआ था। राज्य में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीट जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। जबकि कांग्रेस को महज 11 सीटें मिली और वह मुख्य विपक्षी दल बनी। भाजपा के त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन चार साल बाद उन्हें हटाकर बीजेपी ने पहले तीरथ सिंह रावत और कुछ महीने बाद पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया। उत्तराखंड में किसी दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए कुल 36 सीटों आंकड़ा हासिल करना होगा।
 
गोवा में मतदान- 14 फरवरी
गोवा में 40 विधानसभा की सीटें हैं। यहां विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च को समाप्त हो रहा है। पिछली बार 2017 में गोवा में विधानसभा चुनाव फरवरी में एक ही चरण में हुए थे। कांग्रेस 15 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन वह सरकार नहीं बना सकी। भाजपा ने 13 सीटें जीतीं और वो एमजीपी, जीएफपी और दो निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार बनाने में सफल रही। गोवा में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को कुल 21 सीटों का आंकड़ा पाना होगा। गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर पर्रिकर ने शपथ ली थी लेकिन मार्च 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद डॉ. प्रमोद सावंत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया।

मणिपुर में मतदान- 27 फरवरी और 3 मार्च
मणिपुर में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 27 फरवरी को होगा, जबक‍ि दूसरे चरण के लिए 3 मार्च को मतदान होगा। पूर्वोत्तर के मणिपुर में 60 विधानसभा सीटे हैं। यहां विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है। मणिपुर में पिछला विधानसभा चुनाव वर्ष 2017 में भी दो चरणों में संपन्न हुआ था। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन की सरकार बनी जिसमें एनपीएफ, एनपीपी, एलजेपी निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई। इस समय राज्य में भाजपा के एन बिरेन सिंह मुख्यमंत्री हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 31 सीटों का आकड़ा हासिल करना होगा।

उत्तर प्रदेश में मतदान- सात चरणों में मतदान
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को पूरा हो रहा है, ऐसे में 14 मई से पहले विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है। राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी-मार्च 2017 में हुआ था। भाजपा की अगुवाई में एनडीए 325 सीटें जीतकर सत्ता में आई। इसमें  312 सीटों पर अकेले बीजेपी ने जीत दर्ज की। वहीं भाजपा गठबंधन की अन्य दो पार्टियों में अपना दल (सोनेलाल) ने 9 सीटें और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी ने 4 सीटें जीती थीं। सपा और कांग्रेस के इस गठबंधन को मात्र 54 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा था। जिसमें सपा ने 47 सीटें और कांग्रेस को केवल सात सीटों पर जीत मिली थी। बहुजन समाजवादी पार्टी को मात्र 19 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा के योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री बनें। सीएम योगी भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है।

अन्य खबरें