यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : हापुड़ की इस सीट पर फतह पाने के लिए आएंगे मोदी और शाह, नरेंद्र सिंह शिशौदिया के बाद से नहीं मिली जीत

Google Image | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह



Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election) का बिगुल बजते ही सभी पार्टी मैदान में खड़ी हैं। जिन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी हार गई थी। उन सीटों को जीतने के लिए दिल्ली और लखनऊ में भाजपा पदाधिकरी बैठक कर रहे है। पार्टी हाईकमान पर कमजोर सीट को जीतने के लिए मंथन कर रही है। 

दो बार से हार का मुंह देखना पड़ा
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद में धौलाना विधानसभा सीट भाजपा के लिए जीत आसान नहीं है। धौलाना विधानसभा सीट को भाजपा 2012 के बाद 2017 में भी हार गई थी। मौजूदा समय में बहुजन समाज पार्टी से असलम चौधरी वहां के विधायक है। अभी बात 2022 विधानसभा चुनाव में धौलाना सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए भाजपा सिर से पांव तक का जोर लगा रही है। 

अभी असलम चौधरी का कब्जा
बताया जा रहा है कि हापुड़ की धौलाना विधानसभा सीट पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह रैली करेंगे। जिसका मुख्य कारण यह है कि 2012 और 2017 में भारतीय जनता पार्टी धौलाना विधानसभा सीट पर हार गई थी। इस समय धौलाना विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी के नेता असलम चौधरी का कब्जा है। इस कब्जे को भारतीय जनता पार्टी अपने हक में लेना चाहती है, उसके लिए धौलाना विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी कड़ी तैयारी कर रही है।

हापुड़ में होगी मोदी की रैली!
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बहुत ही जल्द बूथ अध्यक्ष सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें भारत के गृह मंत्री अमित शाह अपने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। यह बूथ सम्मेलन धौलाना विधानसभा सीट पर होगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद हापुड़ में चुनाव से पहले रैली कर सकते हैं।

कार्यक्रम के लिए स्थान की तलाश शुरू
धौलाना विधानसभा सीट जीतने के लिए प्रधानमंत्री जल्द आ सकते हैं। इस समारोह को सफल बनाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जिले में कई स्थानों की तलाश शुरू कर दी है। इन स्थानों की तलाश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आगामी संभावित कार्यक्रमों को लेकर की गई है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक धौलाना मोड़ ग्राउंड में यह कार्यक्रम हो सकता है। इसके लिए जिले के बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।

अंदरूनी कलह बनी वजह!
साल 2012 और साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी धौलाना विधानसभा सीट पर हार गए थे। इस सीट पर वर्तमान में पार्टी की स्थिति खराब है। आगामी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए पार्टी लगातार मजबूत कदम उठा रही है। भाजपा के हाईकमान नेता द्वारा नजर रखी जा रही है। इस बार पार्टी अंदर खाने चल रहे विवाद को ठीक करके मजबूती के साथ चुनाव में उतरना चाह रही है। राजनीतिज्ञों की मानें तो भाजपा को अंदरूनी कलह के कारण हार का मुंह देखना पड़ा था। अभी विधानसभा चुनाव में 3 महीने का समय बाकी है। भाजपा आलाकमान को इस अंदरूनी कलह को दूर करना होगा।

2012 से सीट कब्जे में नहीं
पहले धौलाना विधानसभा मोदीनगर तक हुआ करती थी और हर बार जीत पर भाजपा का कब्जा हुआ करता था। नरेंद्र सिंह शिशौदिया लगातार भाजपा के टिकट पर कई बार विधायक चुने गए। साल 2012 में धौलाना विधानसभा से मोदीनगर अलग होकर नई विधानसभा बन गई और यहीं से भाजपा की हार शुरू हुई। वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ते हुए धर्मेश तोमर ने जीत हासिल की। भाजपा प्रत्याशी वाइपी सिंह तीसरे नंबर पर रहे। वर्ष 2017 के चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी रमेश चंद तोमर को हार का सामना करना पड़ा था। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत पक्की करने के लिए जुट गई है।

अन्य खबरें