जेपी विश टॉउन (Jaypee Wish Town) में घर का सपना देख रहे खरीदारों के लिए बड़ी खबर है। विश टॉउन (Wish Town) में 2022 तक करीब 6000 फ्लैट्स बनकर तैयार हो जाएंगे। इन्हें खरीदारों को सौंप दिया जाएगा। इनमें से ज्यादातर फ्लैट्स में काम पूरा हो चुका है। सिर्फ इंटीरियर और फिनिशिंग बाकी रह गया है। इसके अलावा लिफ्ट जैसी सुविधाओं को विकसित किया जाना शेष है।
6000 खरीदारों को मिलेगा घर
आईआरपी अनुज जैन ने बताया कि, “हमें कुल 28000 फ्लैट तैयार करने थे। इसमें से हमने 8500 फ्लैट्स का काम पूरा कर लिया है। इनके बाद 19500 फ्लैट्स निर्माण के लिए बाकी थे। हालांकि जो 8500 घर खरीदारों को दिए गए हैं, उसमें कुछ इंटीरियर काम शेष रहा गया है। अब इन फ्लैट्स का काम भी नए निर्माणाधीन घरों के साथ पूरा कराया जाएगा। योजना के मुताबिक साल 2022 तक कुल 6000 खरीदारों को घर सौंप दिए जाएंगे।”
19500 फ्लैट्स तैयार होने हैं
हालांकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई के दौरान कहा गया था कि जेपी विश टॉउन (Jaypee With Town) में 20000 फ्लैट्स तैयार होने हैं और घर खरीदारों को दिए जाने हैं। जबकि भारत सरकार द्वारा संचालित संस्था एनबीसीसी (NBCC (India) Limited) ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि विश टॉउन में 17500 घर खरीदारों को सौंपा जाना है। आईआरपी अनुज जैन ने फ्लैट्स की स्पष्ट संख्या बताई। उन्होंने कहा कि कुल 19500 फ्लैट तैयार होने हैं। कोविड-19 की वजह से पिछले साल निर्माण कार्य बाधित हो गया। नहीं तो अब तक 4000 फ्लैट तैयार हो चुके होते। इन्हें खरीदारों को सौंप दिया गया होता। जेआईएल रिज्यलूशन में शामिल सुरक्षा और केंद्रीय संस्था एनबीसीसी ने कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (Committee of Creditors - COC) को अपना प्रस्ताव सौंप दिया है।
काम में तेजी आई है
सीओसी ने अब इस पर नई बोली के लिए बिल्डर और डेवलपर्स को आमंत्रित किया है। 17 अप्रैल को हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने 1 हफ्ते का समय मांगा था। ताकि प्रस्ताव में संशोधन कर उसे फिर पेश किया जा सके। अनुज जैन ने बताया कि विश टॉउन की साइट पर काम शुरू हो गया है। मजदूरों को साइट पर पहुंचाया जा रहा है। पिछले 1 हफ्ते से इसमें तेजी आई है। निर्धारित समय में फ्लैट बनकर तैयार हो जाएंगे। अगले साल तक इन्हें खरीदारों को सौंप दिया जाएगा।