खास खबर :  पीएम मोदी ने किया जिस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन, उसकी इन खुबियों से बेखबर होंगे आप

Google Image | Purvanchal Expressway



Greater Noida ; सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे उद्घाटन किया जिसकी लंबाई 340.824 किलोमीटर है।  एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव मैं समाप्त होगा | पूर्वांचल एक्सप्रेस 302  किलोमीटर लंबे और देश के दूसरे सबसे लंबे आगरा - लखनऊ एक्सप्रेस का विस्तार है, जोकि एनसीआर क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। 

22 हजार करोड़ की लागत से निर्मित या 6 लेन वाला एक्सप्रेसवे पूरी तरीके से एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे होगा, जिसका बाद में 8 लाइन तक विस्तार किया जा सकेगा।  लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी,अमेठी,सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर समेत कुल 9 जिलों से गुजरेगा। 

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में 22 फ्लाईओवर, 7 रेलवे-ओवर-ब्रिज (आरओबी), 7 प्रमुख पुल, 114 छोटे पुल, 6 टोल प्लाजा, 45 वाहन-अंडरपास (वीयूपी), 139 लाइट वीयूपी, 87 पैदल यात्री अंडरपास और 525 बॉक्स पुलिया होंगे। इसके साथ ही जंग या आपातकाल की स्थिति में जहाज उतारने के लिए एक्सप्रेस वे पर ही 3.2 किलोमीटर लंबी एक हवाई पट्टी का भी निर्माण किया गया है। उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी खुद सी-130J सुपर हरक्यूलिस विमान में सवार होकर पहुंचे। इसके बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों जैसे कि सुखोई -30, मिराज -2000 और जैगुआर ने एक्स्प्रेसवे पे लैंडिंग की। 

सुरक्षा और चिकित्सा आपात स्थिति के लिए पुलिस वाहन, मवेशी पकड़ने वाले वाहन और 16 एम्बुलेंस तैनात किए जाएंगे। इसके साथ ही एक्सप्रेस वे पर सीएनजी स्टेशन विद्युत वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए गए हैं वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकते हैं हालांकि वाहनों के लिए गति सीमा को 100 किलोमीटर प्रति घंटा ही निर्धारित कर दिया गया है। 

सरकार ने कहा है कि वह एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे यात्रियों को ईंधन और समय बचाने और प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के साथ-साथ कम दुर्घटनाओं में मदद करेगा।

एक्सप्रेसवे उनमें से है जो राज्य के सभी कोनों को भविष्य के लिए तैयार सड़क संपर्क प्रदान करेगा। इनमें पहले से खुला दिल्ली-मेरठ लिंक एक्सप्रेसवे (96 किमी), बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी), गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (92 किमी), गंगा एक्सप्रेसवे (600 किमी), लखनऊ कानपुर एलिवेटेड नेशनल एक्सप्रेसवे (63 किमी) शामिल हैं।

एक्सप्रेस वे ना सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार को भी देश की राजधानी से सीधा जोड़ने का काम करेगा और 12 घंटे के भीतर दिल्ली से बिहार पहुंचा जा सकेगा।  एक्सप्रेस वे जिन जिलों से होकर गुजरेगा वहां औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही स्थानीय निवासियों को रोजगार के साधन उपलब्ध हो पाएंगे।

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