कौन जीतेगा यूपी : कैराना की बदौलत सत्ता तक पहुंची भाजपा लेकिन यह सीट नहीं जीत पाई, जानिए क्या होगा इस बार, VIDEO

Tricity Today | ग्राउंड रिपोर्टिंग



कैराना ! शामली जिले के इस कस्बे के नाम सुनते ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में गर्मी आ जाती है। मुस्लिम और गुर्जर वोटरों की बाहुल्यता वाली इस सीट पर पिछले कई चुनाव बेहद रोचक रहे हैं। कभी वोटरों ने एकराय होकर भारतीय जनता पार्टी तो कभी विपक्षी दलों को कामयाबी का सेहरा बांधा है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां वोटरों की संख्या 3,00,659 थी। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक नाहिद हसन को 98,830 वोट मिले थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी मृगांका सिंह को 77,668 वोट मिले थे। पिछले विधानसभा चुनाव की एक और बड़ी खासियत यह थी कि मृगांका सिंह के भाई अनिल चौधरी ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था। अनिल चौधरी को 19,992 वोट मिले थे। जिसकी वजह से नाहिद हसन दोनों को हराकर कामयाब हो गए।



अब अगर आने वाले विधानसभा चुनाव की बात करें तो कैराना सीट का गणित सीधा सादा है। इस बार अल्पसंख्यक वोटर पूरी तरह समाजवादी पार्टी के साथ खड़ा नजर आ रहा है। दूसरी ओर गुर्जर, सैनी, ब्राह्मण, वैश्य और अन्य पिछड़ा वर्ग की कई बिरादरियों के मतदाता भारतीय जनता पार्टी के साथ नजर आते हैं। चुनावी पंडितों के दावा है कि अगर 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की तरह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को मत विभाजन का सामना नहीं करना पड़ा तो इस बार कामयाबी मिल सकती है।

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