Ayodhya Ram Mandir : अगस्त के अंत तक पूरा हो जाएगा प्लिंथ का निर्माण, मंदिर की सुरक्षा में 12 मीटर गहरी रिटेनिंग वॉल का होगा निर्माण

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Uttar Pradesh: रामजन्मभूमि परिसर में राममंदिर के गर्भगृह, प्लिंथ व रिटेनिंग वॉल का निर्माण अपने कार्य प्रगति पर है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने परिसर में चल रही निर्माण कार्य की तस्वीर गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी कर मंदिर की कार्य प्रगति से रामभक्तों को अवगत कराया। वहीं गर्भगृह के महापीठ के परिक्रमा पथ का निर्माण कार्य पूर्ण रूप से हो चुका है। जबकि गर्भगृह में अब तक करीब 210 पत्थर बिछाए दिए गए है। इसके अलावा प्लिंथ का बचा हुआ काम अगस्त माह के मध्य या अंतिम तिथि तक पूरा कर दिया जाएगा।

4600 पत्थर लगने शेष है - डॉ. अनिल मिश्रा 
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा का कहना है कि प्लिंथ में अब केवल 4600 पत्थर लगना शेष रहे गया हैं। प्लिंथ में कुल 17 हजार ग्रेनाइट के पत्थर लगने हैं, जिनमें से अब तक करीब 12 हजार से ज्यादा पत्थर लगा दिए गए हैं। उन्होंने ने यह भी बताया कि प्लिंथ का काम 20 या 25 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा गर्भगृह निर्माण की कार्य प्रगति बताते हुए उन्होंने बताया कि गर्भगृह की महापीठ के परिक्रमा पथ का निर्माण पूरा हो गया है। आपको बता दें कि महापीठ एक स्थल है, जहां भगवान रामलला विराजमान होंगे। 
डॉ. अनिल मिश्रा का यह भी कहना है कि महापीठ के चारों तरफ एक गलियारा बनाया जा रहा है जो महापीठ का परिक्रमा पथ है। जहां से भगवान के गर्भगृह की परिक्रमा की जाएगी। 

अब तक 7 मीटर दीवार...
मंदिर की परिक्रमा के लिए एक विशाल परिक्रमा पथ अलग से प्रस्तावित किया जा रहा है। जिसमें करीब 20 फीट तक चौड़े परिक्रमा पथ में एक साथ पांच हजार भक्त एक साथ परिक्रमा कर सकेंगे। वहीं
मंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए 12 मीटर गहरी रिटेनिंग वॉल का काम 70 प्रतिशत तक पूरा कर दिया गया है। डॉ. अनिल ने यह भी कहा कि अब तक 7 मीटर दीवार बनकर तैयार है। दूसरी ओर जन्मभूमि परिसर में यात्री सुविधा केंद्र के लिए भी शीघ्र ही विकास प्राधिकरण में नक्शा पास कराने के लिए भेज दिया जाएगा। वहीं इसके आगे के स्ट्रक्चर डिजाइन व ड्राइंग के काम सभी इंजीनियर तैयारी में जुटें हुए हैं।

राममंदिर में बढ़ाई जाएगी पुजारियों की संख्या
राममंदिर बन जाने के बाद पुजारियों की संख्या भी काफी बढ़ा दी जाएगी। राममंदिर में अभी केवल पांच पुजारी ही कार्यरत हैं। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के अलावा चार सहायक पुजारी दो शिफ्ट में रामलला की सेवा करने में लगे हैं। उनका वेतनमान भी ट्रस्ट ने निश्चित कर रखा है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पिछले दिनों हुई एक बैठक में राममंदिर में पुजारियों की संख्या को लेकर भी चर्चा चल रही है। वहीं परिसर में ऋषि वाल्मीकि, माता सीता, भगवान गणेश सहित सात मंदिर बनने हैं ऐसे में इनकी सेवा को ध्यान में रखते हुए पुजारियों की भी नियुक्ति की जाएगी। ट्रस्टी डॉ.अनिल ने कहा है कि अभी पुजारियों की संख्या बढ़ाने को लेकर साफ तौर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है।

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