Video Interview : किसान आंदोलन, गन्ना भुगतान और चुनाव पर सुरेश राणा से EXCLUSIVE बातचीत

Tricity Today | सुरेश राणा से EXCLUSIVE बातचीत



हम वेस्ट यूपी के 14 जिलों में 70 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। वोटरों से बस एक सवाल है, कौन जीतेगा यूपी? यह सिलसिला लगातार जारी है। शामली के दिग्गज भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री सुरेश राणा से हमने खास बातचीत की है।

सुरेश राणा से सवाल - आपने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग और अपने प्रयास से अपने क्षेत्र में क्या विकास करवाए हैं?

सुरेश राणा का जवाब - उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल के दौरान बेहद विकास कार्य हुए हैं। जिसका नेतृत्व खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। जो उत्तर प्रदेश में 65 सालों के दौरान नहीं हुआ, वह योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में केवल साढे 4 सालों में हो गया। मैं गन्ना विभाग का मंत्री होने के नाते इस बात को मजबूती के साथ कह सकता हूं कि अखिलेश यादव की सरकार में 95 हजार करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान किसानों का हुआ था लेकिन योगी आदित्यनाथ के काल में केवल 4 सालों में एक लाख 44 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का गन्ना भुगतान किसानों का हुआ है। पिछली सरकारों में चीनी मिलें बंद हुई थी। उत्तर प्रदेश में 300 चीनी मिलों को 10 सालों के भीतर बंद किया गया था। वहीं, योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में पिछले साढे 4 वर्षों के दौरान डेढ़ दर्जन चीनी मिलों को अपग्रेड करने का काम किया है। योगी आदित्यनाथ के समय में कई नई चीनी मिलों को लगाया गया है। अब पहले से 2 गुना उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल होती है। उत्तर प्रदेश में 8 लाख हैक्टेयर गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ा है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि में किसानों का महत्वपूर्ण योगदान है।

सुरेश राणा ने आगे कहा, "अगर अपने क्षेत्र की बात करें तो थानाभवन विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जितने कार्य करवाए हैं। उनकी कोई कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था। आज शामली में बहुत तेजी से विकास हो रहा है। जिसका श्रेय केवल योगी आदित्यनाथ को जाता है। इस विधानसभा में 250 बेड का हॉस्पिटल है। मेरे क्षेत्र में 3 नए आज के डिग्री कॉलेज, 5 राजकीय इंटर कॉलेज, सुंदर सड़कें और पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस मिले हैं। मेरे विधानसभा में कोई भी ऐसा अस्पताल नहीं है। जिसको योगी आदित्यनाथ ने अपग्रेड ना किया हो। मेरे आवास के पास 3 दिनों पहले सामुदायिक केंद्र में 50 लाख रुपए का ऑक्सीजन प्लांट लगा है। जिसका उद्घाटन मैंने खुद किया है। मेरे विधानसभा में लगभग 3 हजार करोड़ ऊपर का विकास कार्य हुआ है। अगर जनपद की बात करूं तो यह जनपद कई राष्ट्रीय मार्गो से जुड़ गया है। यह उत्तर प्रदेश की जनता का सपना था। जो कभी कल्पना में भी पूरा नहीं हो सकता था लेकिन योगी आदित्यनाथ के आने के बाद सपना साकार हुआ है। इसका श्रेय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा भारत के हर एक मतदाता को जाता है, जिन्होंने पीएम मोदी को सीएम योगी आदित्यनाथ को चुना है। 

उन्होंने आगे कहा, "मैं काफी सामान्य परिवार से हैं लेकिन मतदाताओं के आशीर्वाद से आज मैं उत्तर प्रदेश सरकार में बैठा हूं। मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के हर एक मतदाता का धन्यवाद देता हूं। लोगों का अच्छा लगता है कि हमारे बीच का कोई उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री है। 

सुरेश राणा से सवाल -  यह भी बात है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने वादा किया था कि उनको 14 दिनों के भीतर गन्ना भुगतान किया जाएगा लेकिन इस पर समय लगता है। इस बात का लोगों को शिकवा भी है, क्यों ?

सुरेश राणा का जवाब - मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को कोई दिक्कत नहीं है। अगर उनको शिकवा होता तो गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ता नहीं। 8 लाख हेक्टेयर गन्ने का क्षेत्रफल बड़ा है। यह भी सच है कि पूरे उत्तर प्रदेश में 120 चीनी मिलें हैं। इनमें से 90 चीनी मिलों का भुगतान 90 प्रतिशत से अधिक है। उत्तर प्रदेश में कुछ ही चीनी मिलें ऐसी हैं, जिसमें देरी हुई है। जिसका मुख्य कारण यह है कि इन पर पहले से ही बैंकों का बहुत कर्जा है लेकिन उस पर उत्तर प्रदेश सरकार कार्य कर रही है और काफी कार्य कर भी चुकी है। आज अधिकतर किसान गन्ना भुगतान समय से पा लेते हैं।

उन्होंने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार कैबिनेट में एक बड़ा प्रस्ताव लेकर आ रही है। जिसके बाद किसानों को बहुत राहत मिलेगी और बैंकों से कर्जा भी मिलेगा। यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लेंगे। उत्तर प्रदेश में केवल 13 प्रतिशत ही भुगतान बचा है। यह योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल का है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले कार्यकाल का भुगतान किसानों को करवा दिया है। पहले उत्तर प्रदेश में यह होता था कि किसानों का 3-4 सालों का भुगतान बकाया रहता था लेकिन आज की स्थिति काफी अच्छी है। योगी आदित्यनाथ के आने के बाद पुराने गन्ना भुगतान किए जा चुके हैं। इस समय का केवल 13 प्रतिशत ही गन्ना भुगतान बाकी है। जिसको कुछ ही समय में पूरा कर दिया जाएगा।"

सुरेश राणा से सवाल - उत्तर प्रदेश में इस समय किसान आंदोलन चल रहा है। एक तरफ सरकार कहती है कि हम किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वहीं, दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कहते हैं कि हम सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं। आप दोनों आस-पड़ोस के रहने वाले है। उसके बावजूद भी इस समस्या का हल क्यों नहीं निकल रहा ?

सुरेश राणा का जवाब - किसान आंदोलन को लेकर किसानों से बीच बातचीत चल रही है। भारत के गृह मंत्री और कृषि मंत्री इस विषय पर लगातार बातचीत करके समाधान निकलने की कोशिश कर रहे हैं। इस बात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हर एक व्यक्ति की बातें सुनी जाती हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में सदैव वार्ता के दरवाजे खुले रहते है। हमारी मंशा स्पष्ट है कि हम चाहते हैं कि किसानों की आय बढ़े और पीएम मोदी और सीएम योगी इस पर प्रयास कर रहे है।"

सुरेश राणा ने आगे कहा, "पहले मैं मतदाता हूं उसके बाद मंत्री हूं। मुझे लगता है कि भाजपा सरकार में किसानों को फायदा हुआ है। अगर किसानों को नुकसान हुआ है तो वह हमें भी बताएं। हम उसको सरकार तक पहुंचाएंगे। सरकार पूरी तरीके से किसानों की मदद करने के लिए तैयार हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए मोदी और योगी तैयार है। किसान और हम परिवार के लोग हैं। अगर किसी भी किसान का आय के बारे में कोई सुझाव है तो हमें बताएं या फिर बेहतर आमदनी का कोई सुझाव दे सकते है तो हमें बताएं। हम कृषि मंत्री से बात करेंगे।

सुरेश राणा से सवाल- आप विपक्ष पर बहुत आक्रामक है। लखीमपुर खीरी मामले को लेकर आपने बोला था कि विपक्ष दंगा करवाना चाहता है। आपने कहा था कि समाजवादी पार्टी और दूसरा विपक्ष दल उत्तर प्रदेश में तालिबानी माहौल बता रहा है तो क्या वास्तव में विपक्ष षड्यंत्र रच रहा है?

सुरेश राणा का जवाब- यह तो सच है, यह तो आपने भी देखा होगा कि चाहे फिर वह हाथरस की घटना हो या फिर कहीं और की। आपने देखा होगा कि विपक्ष क्या करता है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था आज पूरे देश के लिए रोल मॉडल बनी हुई है। अगर ऐसी कानून व्यवस्था में जहां पर तुरंत एक्शन होता हो तुरंत कार्यवाही की जाती हो। ऐसे समय में भी विपक्ष वातावरण को बदलना चाहते हैं और किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहते हैं।

उन्होंने आगे कहा, "अगर समाजवादी पार्टी के सांसद वहां उनके पक्ष में बयान देता है तो उसके आगे मैं क्या बोलूंगा। इस देश में सभी लोग जानते हैं कि किसने मुजफ्फरनगर दंगा करवाने वाले लोगों को विमान में बैठाकर लखनऊ पहुंचाने का कार्य किया था। क्या अखिलेश यादव के आवास पर उन लोगों को ले जाया नहीं गया था, कौन नहीं जानता सरकार में कौन लोग थे जिनके इशारों पर मुजफ्फरनगर दंगा हुआ था। इस बात को कौन नहीं जानता कि किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे हुए थे। कौन नहीं जानता कि लड़कियों ने स्कूल में जाना बंद कर दिया था, हर एक चौराहे पर सिटीबाज और मनचला खड़ा है। आज किसी की हिम्मत नहीं है कि किसी बहन-बेटी की तरफ आंख उठाकर भी देख ले और अगर उठाता भी है तो उसके खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई की जाती है कि अपने 7 पीढ़ियों को कह देता है कि ऐसी गलती मत करना। 

उत्तर प्रदेश में निश्चित रूप से कानून का राज है। यहां पर कानून व्यवस्था में दम है। यहां पर कैराना है। जहां पर कभी पलायन होता था। आज आप शामली के दौरे पर है। जिस कैराना में पलायन होता था, उस क्षेत्र में हजारों करोड़ से ज्यादा का एक्सपोर्ट हो रहा है। आज यहां पर हजारों लोगों को रोजगार मिला है। जो सामान हम चीन से इंपोर्ट करते थे, वह आज शामली से एक्सपोर्ट करते हैं। इसका श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।

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