Uttar Pradesh : वाराणसी में बना पहला Transgender Toilet, केवल किन्नर करेंगे इसका उपयोग

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में बनें पहले ट्रांसजेंडर (किन्नर) शौचालय (Transgender Toilet) का लोकार्पण किया गया है। इस अवसर पर किन्नर समाज के लोग वहां काफी संख्या में उपस्थित थे। इस शौचालय का उपयोग केवल किन्नर समाज के लोग ही करेंगे। यह शौचालय आम नागरिकों के उपयोग के लिए नहीं होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र में किन्नरों के लिए नगर निगम ने यूपी का पहला किन्नर शौचालय बनाया है। इसके उद्घाटन के अवसर पर नगर आयुक्त गौरंग राठी ने बताया कि उत्तर प्रदेश का पहला किन्नर शौचालय है। इसके बाद जिले में चार और शौचालय बनाए जाने हैं। इसकी खासियत यह है कि इसमें केवल ट्रांसजेंडर (किन्नर) ही जाएंगे। आम नागरिकों के उपयोग के लिए यह शौचालय नहीं होगा।

वाराणसी के कमच्छा पर पहले किन्नर शौचालय का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर किन्नर समाज के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे। इसे केवल किन्नर समाज के लोगों के लिए बनाया गया है। वाराणसी में बना यह यूपी का पहला ट्रांसजेंडर (किन्नर) शौचालय है। शौचालय बन जाने से किन्नर समाज में खुशी की लहर है। किन्नर रोशनी ने बताया कि हमारे समाज के लिए शौचालय न होने पर वे कहीं भी शौचालय कर लेते थे। हम लोग यह चाहती हैं कि हर शहर में हमारे लिए शौचालय का निर्माण हो।

चार और शौचलयों का निर्माण जल्द ही शुरू होगा -
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि महिला और पुरुषों के लिए सार्वजनिक शौचालय तो मिल जाते हैं, लेकिन किन्नरों के लिए यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है। उनको कई तरह की समस्याओं का सामना करना होता है। यह किन्नर समाज की लंबे समय से मांग थी, जिसको पूरा किया गया है। यह पहला शौचालय है, किन्तु आने वाले तीन-चार महीनों में इस तरह के चार और शौचालय बनाए जायेंगे।प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यहां हर तरह का कार्य हो रहा है, उसी के तहत यह कार्य भी किया गया है।

आम नागरिकों के उपयोग के लिए नहीं -
महापौर मृदुला जायसवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश का यह पहला किन्नर शौचालय है, जिसकी शुरुआत वाराणसी से की गई है। शहर में जहां पर किन्नर समाज को दिक्कत होगी, हम लोग वहां पर और शौचालय का निर्माण करायेंगे। ताकि इस समाज के लोगों कोई परेशानी न हो। आम नागरिक इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे। यह केवल किन्नर समाज के लोगों के उपयोग के लिए है।

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