लखनऊ में योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस दौरान सीएम ने विकास उत्सव नाम की एक पुस्तक भी लांच की है। कार्यक्रम को 'सोच ईमानदार, काम दमदार - छा गईं योगी सरकार' नाम की टैग लाइन दी गयी। इस दौरान सीएम योगी ने साढ़े चार साल में किये गए कामों को उपलब्धियों के तौर पर गिनाया। वहीं विपक्षी दलों ने सरकार के ऊपर जमकर हमला बोला। बसपा ने सरकार के कामों को हवा-हवाई बताया तो वहीं कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने साढ़े चार साल में सिर्फ झूठ बोला है।
मायावती ने कहा सरकार के दावे फेल
यू.पी. भाजपा सरकार द्वारा ’बदलाव के 4.5 वर्ष’ का विज्ञापन व दावे अधिकांश हवा-हवाई व जमीनी हकीकत से बहुत दूर। इनकी कथनी व करनी में अन्तर होने के कारण ख़ासकर यहाँ की बढ़ती ग़रीबी, बेरोज़गारी व महंगाई आदि से जनता की बदहाली जग-ज़ाहिर।
सरकार ने साढ़े चार साल सिर्फ झूठ बोला
यूपी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि उप्र सरकार को चाहिए था कि 4.5 सालों पर जनता के सवालों का जवाब दे, लेकिन नहीं। फिर झूठ, झूठ और सिर्फ झूठ। लाखों खाली पदों पर नौकरियां देने और लटकी भर्तियां कराने पर। किसान को गन्ना, गेहूं, धान, आलू के दाम देने में, बिजली के दाम कम करने में, महंगाई रोकने में उप्र सरकार फेल रही।
सरकार के पास सिर्फ 6 महीने का समय बचा
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि याचौवन गुज़रे, छह महीने बचे इस दंभी सरकार के किसान, ग़रीब, महिला व युवा पर अत्याचार के बेरोज़गारी, महंगाई, नफ़रत व ठप्प कारोबार के बहकावे, फुसलावेवाली, जुमलेबाज़ सरकार के। नहीं चाहिए ऐसी सरकार, जिसका सच है: ठगका साथ, ठगका विकास, ठगका विश्वास, ठगका प्रयास। सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि साढ़े चार साल में यहां चोरी, डकैती, हत्या, लूट, बलात्कार और अन्य अपराध ने तेजी से बढ़ गया है। महिलाओं पर अत्याचार होने पर यूपी नंबर वन। कोरोना काल में ऑक्सीजन न मिलने पर लोग तड़प-तड़प कर मर गए। सरकार साढ़े चार साल में यूपी को विनाश की तरफ ले गयी है।