ANI | जितिन प्रसाद एमएलसी बनने से पहले कैबिनेट मिनिस्टर बने
Yogi Adityanath Cabinet Expansion : जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी आए हैं। उन्हें आज उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट में शामिल किया गया है। ख़ास बात यह है कि जितिन प्रसाद अभी उत्तर प्रदेश के किसी सदन में नहीं हैं। हालांकि, जानकारी मिली है कि उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया जा रहा है। इसकी घोषणा भी आज देर शाम तक कर दी जाएगी। जितिन प्रसाद ने रविवार को सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली है।
पहले भी संभाल चुके है कई बड़े पद
जितिन प्रसाद यूपी में ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और यूपी कांग्रेस के बड़े नेता हैं। इससे पहले दो बार सांसद रहे हैं। यूपीए एक और दो में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री रहे हैं। 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने थे। 2008 में केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री बनाए गए। 2009 में परिसीमन के बाद धौरहरा से लड़े और दूसरी बार सांसद बने। यूपीए-2 में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और मानव संसाधन विभाग में राज्यमंत्री रहे थे। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से चुनाव हारते रहे। 2017 के विधानसभा चुनाव में शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा सीट से चुनाव हारे थे।
4 बार रहे शाहजहांपुर के सांसद
जितिन प्रसाद के पिता जितेन्द्र प्रसाद भी 4 बार शाहजहांपुर के सांसद रहे। राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के राजनितिक सलाहकार रहे हैं। जितेन्द्र यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे थे। जितेन्द्र प्रसाद 2000 में सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था।
आईएमआई दिल्ली से एमबीए
जितिन प्रसाद अच्छे खासे पढ़े लिखे मंत्री हैं। वह देहरादून के दून कॉलेज से पढ़े हैं। इसके बाद दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से ग्रेजुएशन और आईएमआई दिल्ली से एमबीए किया है। जितिन प्रसाद के दो बच्चे बेटा और बेटी हैं। उन्हें पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देखा गया था। जितिन प्रसाद की पत्नी नेहा सेठ हैं।