बदायूं से डराने वाली खबर : दुष्कर्म पीड़िता ने मांगी रंगदारी तो अधिवक्ता को आया हार्टअटैक

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Badaun: अपने पति, प्रोफेसर, पुलिसकर्मी, पत्रकार और अधिवक्ता पर प्राथमिकी दर्ज करा चुकी एक दुष्कर्म पीड़िता एलएलबी की छात्रा अब एक अधिवक्ता से रंगदारी मांगने में फंस गई। अधिवक्ता की ओर से एलएलबी की छात्रा और दो अन्य युवतियों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उनका आरोप है कि जब उसने रंगदारी मांगनी शुरू की तो उन्हें हार्टअटैक आ गया। जिसका उपचार दो माह से बरेली में चल रहा था। अब कुछ स्वस्थ होने पर उन्होंने एसएसपी से शिकायत की, जिस पर प्राथमिकी दर्ज हुई।

क्या है पूरा मामला
शहर कोतवाली के दुर्ग कालोनी निवासी अधिवक्ता पशुपति नाथ श्रीवास्तव ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि वह पिछले 14 साल से कचहरी बदायूं में वकालत कर रहे हैं। अब वह विशेष लोक अभियोजक पद पर भी नियुक्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि दातागंज की रहने वाली एक युवती अधिवक्ता सीपी सिंह की मुवक्किल है। वह एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा भी है। अधिवक्ता सीपी सिंह के यहां आने जाने के चलते उससे उनकी भी जान पहचान हो गई थी। इस बीच युवती ने उनसे अनुमति मांगी कि वह उनके चैंबर में बैठकर प्रैक्टिस करना चाहती है। इस पर उन्होंने उसे अनुमति दे दी थी। जिसके चलते वह उनके चैंबर पर आने जाने लगी।

प्रोफेसर, पुलिस और पत्रकार पर दर्ज करा चुकी है मुकदमा
अधिवक्ता प​शुपति नाथ श्रीवास्तव ने बताया कि वह युवती अपने पति के अलावा, बरेली के प्रोफेसर, एक पुलिसकर्मी, पत्रकार और अधिवक्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है। उसने बरेली के प्रोफेसर वाले मामले में उनसे मदद मांगी। कहा कि हाईकोर्ट से उसकी जमानत निरस्त कराओ और जो अधिवक्ता उसकी पैरवी कर रहा है, उसका वकालतनामा कैंसिल कराओ। इस पर उन्होंने मना कर दिया। उनका आरोप है कि जब उन्होंने उसकी मदद करने से मना कर दिया तो उसने धमकी देनी शुरू कर दी। उसने कहा कि वह अन्य लोगों की तरह उस पर भी झूठा मुकदमा लगवा देगी। अगर ऐसा नहीं चाहते हो तो 50 हजार रुपये दो। उसकी यह बात सुनकर वह अवसाद में आ गए और हार्टअटैक आ गया। इसका उपचार वह बरेली में दो माह से करा रहे हैं। लेकिन उसने धमकाना बंद नहीं किया। 

एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुई प्राथमिकी
अधिवक्ता और उनकी पत्नी इस मामले की शिकायत करने उसके दातागंज स्थित घर पर गए। जहां, उसने उनके साथ अभद्रता की और पत्नी को पीटकर गिरा दिया। इसमें उसके साथ मौजूद दो अन्य युवतियों ने भी सहयोग किया। अधिवक्ता की शिकायत पर एसएसपी डा. ओपी सिंह ने सिविल लाइंस पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए। सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव विश्नेाई ने बताया कि बुधवार देर शाम रंगदारी मांगने, मारपीट, गाली गलौज और धमकाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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