Tricity Today | संवाददाताओं से वार्ता करते अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान योगी सरकार के अंतिम बजट को निराशा जनक बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट ने सबके हाथ काट लिए हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने द्वारा किये गए वादे को भूल चुकी है। अखिलेश ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि इन्वेस्टर मिट्स में कितना रोजगार प्रदेश में आया, अब सरकार क्यों नहीं बता पा रही है। यादव ने कहा कि इंस्टीट्यूट का नुकसान जितना बीजेपी ने किया, उतना किसी सरकार ने नहीं किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार दिल्ली सरकार की नकल कर रही है। वो सरकार बड़ी सरकारी संस्थान बेच रही है। उसी के आधार पर प्रदेश सरकार प्रदेश की छोटी संस्थाए बेचने में लगी हुई है। जिससे जनता का कुछ भी भला नहीं होने वाला है। उन्होंने कृषि कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी पहले ही इस कानून को डेथ वारेंट बता चुकी है। उसके बाद भी सरकार इस बिल को वापस नहीं ले रही है।
कोरोना काल में मज़दूरों की मौत का आंकड़ा बताया
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार सिर्फ अपनी वाहवाही लूट रही है। कोरोना के दौरान घर वापस जा रहे 90 प्रवासियों की मौत हुई थी। उनके लिए सरकार ने क्यों कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनकी हालत को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने पार्टी की तरफ से एक-एक लाख रुपये देकर उनकी मदद की। लेकिन सरकार को उनकी चिंता नही हुई।
सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है
सरकार ने सदन में बईमानी करके सभी बिल पास करा लिये। बहुमत विपक्ष का है। यह सरकार बहुमत को दबाना चाहती है। योगी सरकार दूसरे की योजनाओं पर सिर्फ ठप्पा लगाने का काम करती है। मुख्यमंत्री की भाषा तो सुनिए। वो कहते हैं कि "पटक कर मारना चाहिए।" मुख्यमंत्री की ज़ुबान पर कभी थर्मल प्लांट की बात क्यों नही आती, किसानों को एमएसपी कहां मिलेगी, बजट में. कहां है स्मार्ट सिटी? वेंटिलेटर डिब्बो में बंद है। यह सरकार का विदाई बजट था। सरकार ने हर वर्ग को निराश किया है। इस बजट को सिर्फ प्राइवेट कंपनियों को ज़्यादा मुनाफा देने के लिए लाया गया है।