Tricity Today | मायावती दिन निकलते ही योगी सरकार पर बरसीं
Uttar Pradesh News : बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की मुखिया उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने शनिवार को दिल निकलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) सरकार पर हमला बोला है। ब्लॉक प्रमुख चुनावों के दौरान राज्य भर में हुई घटनाओं को लेकर मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं जंगलराज चल रहा है।" मायावती ने शनिवार की सुबह लगातार कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने लिखा कि योगी सरकार दलितों के घरों में आग लगाकर अपने प्रेम का इजहार कर रही है। मायावती ने भारतीय जनता पार्टी की सरकारों से दो सवाल पूछे हैं।
क्या यही कानून का राज और लोकतंत्र है
मायावती ने आज सुबह 9 बजे एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने लिखा, "यूपी में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहाँ पंचायत चुनाव में हुई असंख्य हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी भी अति-शर्मनाक। क्या यही इनका कानून का राज व लोकतन्त्र है? यह सोचने की बात है।" उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा, "और अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गाँव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अभी भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय।"
भाजपा के राज में ताजा हो गईं सपा सरकार की यादें
इससे पहले शुक्रवार की दोपहर भी मायावती ने तीन ट्वीट किए थे। मायावती में लिखा, "यूपी पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष व अब ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता व धनबल का घोर दुरुपयोग व हिंसा आदि जो हो रही है। वह सपा शासन की ऐसी अनेकों यादें ताजा कराता है। इसीलिए बीएसपी ने इन दोनों अप्रत्यक्ष चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला लिया। अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है, तब भाजपा सरकार के विरूद्ध सपा जो जुबानी विरोध व आक्रामकता दिखा रही है, वह घोर छलावा व अविश्वसनीय, क्योंकि इन्हीं सब सत्ता के दुरुपयोग व हर कीमत पर चुनाव जीतने आदि के लिए सपा का पूरा शासनकाल काफी चर्चाओं में रहा। जनता कुछ भी नहीं भूली।"
दलितों और मुस्लिमों पर लगातार अत्याचार हो रहा
मायावती ने भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा, "साथ ही, बात-बात पर 'हल्लाबोल' के तेवर वाली सपा यहाँ के गरीबों, किसानों व बेरोजगारों आदि के अधिकारों तथा दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज के ऊपर यहाँ लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा आदि पर अभी तक निष्क्रिय क्यों रही है? यह भी सोचने की बात है।"