सिद्धार्थनगर के समय माता टैंपल का मामला : मंदिर पहुंची मुस्लिम विधायक, नफरती चिंटू ने गंगाजल से की शुद्धि

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Siddharthnagar News : लोगों के जहन में इस कदर नफरत ने जगह बना ली है कि अब इन्हें इतना भी इल्म नहीं रहता कि उनके इस कुकृत्य का असर इस देश के तानेबाने को तहसनहस कर रहा है। अगर हम इतिहास पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश वैसे भी गंगा जमुनी तहजबी का प्रदेश रहा है। यह प्रदेश उस दोआब क्षेत्र की संस्कृति का प्रतीक है जिसमें हिन्दू-मुस्लिम समुदाय पारस्परिक भाईचारे के साथ रहते आए हैं। किन्तु, कुछ नफरती चिंटूओं अपनी राजनीति साधने के लिए सब खत्म कर दिया है। मंदिर और मस्जिद भगवान और खुदा के घर माने जाते हैं, लेकिन चंद लोग इसे भी अपनी जागीर समझने लगे हैं, मानों धर्म का जिम्मा कुछ संगठनों और दलों को ही दिया गया हो। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले का है। जहां एक मंदिर को नफरती चिंटूओं ने मुस्लिम विधायक के दौरे के बाद उसे शुद्धीकरण के नाम पर 'गंगाजल' से धोकर सांप्रदायिकता के रंग में रंग दिया।

क्या है मामला
सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज विधानसभा सीट से सपा विधायक सैय्यदा खातून बीते रविवार को बलवा गांव में आयोजित ‘शतचंडी महायज्ञ’ में भाग लेने के लिए स्थानीय लोगों के निमंत्रण पर ‘समय माता मंदिर’ गईं थीं। जब उन्होंने वहां विजिट किया तो कुछ हिंदू संगठनों को ये रास नहीं आया। खातून के लौटने के बाद, नगर पंचायत बढ़नी चाफ़ा स्थित मंदिर में उनके जाने के विरोधी कुछ लोगों ने मंत्रोच्चार के बीच, मंदिर को गंगाजल से शुद्ध किया।

विधायक को बताया 'अधर्मी'
बढ़नी चाफा की नगर पंचायत, जहां मंदिर स्थित है, के प्रमुख धर्मराज वर्मा ने शुद्धिकरण का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि विधायक को कुछ "अधर्मी" लोगों ने आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि चूँकि सईदा खातून एक मुस्लिम हैं और गाय का मांस खाती हैं, इसलिए इस पवित्र स्थान पर उनके जाने से यह अपवित्र हो गया था। 

शतचंडी महायज्ञ में पहुंचीं थी एमएलए
मंदिर के पुजारी श्रीकृष्ण दत्त शुक्ला ने कहा कि विधायक को 'महायज्ञ' के लिए आमंत्रित किया गया था और वह शाम को वहां आई थीं। विधायक कुछ देर रुकीं और जाने से पहले समाज में सौहार्द की बात की। शुक्ला ने बताया कि अगली सुबह वर्मा और उनकी टीम यहां आई और सवाल किया कि उन्हें क्यों बुलाया गया था और कहा कि उनकी उपस्थिति के कारण मंदिर अशुद्ध हो गया है। फिर उन्होंने 'गंगाजल' छिड़का और सफाई की।

मेरे लिए सभी धर्म समान 
सईदा खातून ने बताया कि वह एक जन प्रतिनिधि होने के नाते सभी धर्मों और संप्रदायों से संबंधित स्थानों का दौरा करती रहेंगी और ऐसे किसी भी कृत्य से डरेंगी नहीं। क्षेत्र के कई ब्राह्मण और संत मेरे साथ जुड़े हैं। उन्होंने मुझे लगभग दस दिन पहले 'समय माता मंदिर' में आमंत्रित किया था। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं, मैं क्षेत्र के सभी लोगों की विधायक हूं और जहां भी रहूंगी वहां जाऊंगी। बता दें कि समय माता मंदिर राप्ती नदी के तट पर सिद्धार्थ नगर जिले में स्थित हिंदुओं का एक पूजनीय धार्मिक स्थल है। पड़ोसी देश नेपाल और आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु मंदिर में आते हैं।

 

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