Agra : कोविड जैसी महामारी से राहत मिलने के बाद रेलवे अब आर्थिक रूप से और मजबूत हो रहा है। NCR (उत्तर मध्य रेलवे) ने हाल में ही सिर्फ कबाड़ जैसे सामानों को बेचकर 276.87 करोड़ रेलवे की झोली में डाले हैं। वहीं आगरा रेल मंडल ने 1 साल के भीतर 26.9 करोड़ रुपए का कबाड़ा बेचा है। इस कबाड़े में कोच के स्लीपर वैगन कोच लोको कास्ट लोहा स्लीपर आदि सामान शामिल हैं। यह पूरी जानकारी आगरा रेल मंडल के द्वारा जारी की गई है।
65,00 मीट्रिक टन का कबाड़ा
आगरा रेल मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में ई-आक्शन के माध्यम से 65,00 मीट्रिक टन का कबाड़ा बेचा गया है। इससे रेलवे को 26.9 करोड़ रुपये के राजस्व मिला है। इस बार रेलवे ने पिछली बार का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बता दें पिछली बार के मुताबिक बिक्री से 29 फीसद अधिक है। तब 18.98 करोड़ रुपये का कबाड़ा बेचा गया था। इन सब में स्क्रैप में रेल स्लीपर, वैगन, कोच, लोको, कास्ट लोहा स्लीपर आदि शामिल थे। ई-आक्शन में उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल आदि के व्यापारी शामिल हुए थे।
82 फीसद की वृद्धि
उत्तर मध्य रेलवे के आगरा रेल मंडल ने पार्सल और लगेज लदान से खूब राजस्व की प्राप्ति की है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में पार्सल ट्रैफिक जहां 16.4 मीट्रिक टन था वहीं, वित्तीय वर्ष 2021-22 में 75 फीसद बढ़कर ये 28.8 मीट्रिक टन हो गया। इससे अनुमानित राजस्व पिछले वर्ष 5.5 करोड़ रुपये की तुलना में 82 फीसद की वृद्धि के साथ इस साल तकरीबन 10 करोड़ रुपए होने की संभावना है।