Aligarh News : ऊपरकोट नगर कोतवाली में 8 दिसंबर की दोपहर हुए गोलीकांड के बाद हज यात्रा करने के लिए जाने वाली महिला को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सफेद बिस्तर पर लिटाने के लिए मजबूर करने वाले फरार दारोगा पर एसएसपी ने 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद से भोजपुर चौकी प्रभारी निलंबित आरोपी दारोगा मनोज शर्मा मौके से फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जिलों में तलाश कर रही हैं। साथ ही 50 से ज्यादा संदिग्ध मोबाइल नंबर सर्विलांस के जरिये रडार पर लिए गए हैं। जबकि गोलीकांड की वारदात के बाद डॉक्टर द्वारा करीब 2 घंटे चले ऑपरेशन के बाद महिला सिर में कुछ मैटेलिक कण बाहर निकाले गए हैं। उसके बाद महिला को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला
फरार दारोगा को गिरफ्तार करने के लिए जुटी पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास और शहर से बाहर निकलने वाले रास्तों पर लगे करीब 80 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान पता चला कि भुजपुरा चौकी प्रभारी मनोज शर्मा चौकी पर बाइक खड़ी करने के बाद मौके से भगाने के लिए एक काली सेंट्रो कार में सवार हुआ था। चौकी से सेंट्रो कार में सवार होकर दारोगा सासनी गेट के रास्ते मथुरा रोड की तरफ भागा है। उसके बाद से उसका सुराग नहीं है। पुलिस टीम उसे तलाश कर रही है। पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर दरोगा पर दबाव बनाने के लिए उसके तीन रिश्तेदारों और दो दोस्तों को भी हिरासत में लिया हैं।
ऐसे हुई वारदात
आपको बता दें कि थाने में घटी घटना 8 दिसंबर करीब पौने तीन बजे की है। जब तुर्कमान गेट चौकी क्षेत्र के मोहल्ला हड्डी गोदाम निवासी 55 वर्षीय महिला इशरत निगार अपने बेटे ईशान के साथ भोजपुर चौकी इंचार्ज के बुलाने पर हज यात्रा पर जाने के लिए पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए कोतवाली गई थीं। उसी दौरान भुजपुरा चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी मनोज शर्मा को मुंशी ने मालखाने से उनकी 9MM की सर्विस पिस्टल निकालकर दी। उस वक्त महिला और उसका बेटा दरोगा के सामने खड़े हुए थे। तभी दारोगा मुंशी द्वारा दी गई पिस्टल को अपने सामने खड़ी महिला के सामने चेक करने लगा और फायर कर दिया। गोली दरवाजे की ओर खड़ी महिला की कनपटी के पास लगते हुए गोली सिर में आर-पार होते हुए सामने दीवार में टकराकर जमीन पर गिर पड़ी। घटना के बाद से गोली लगने से घायल महिला का मेडिकल कॉलेज में वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा है।