लखीमपुर हिंसा : पूरी घटना एक सोची समझी साजिश, एसआईटी ने आशीष मिश्रा के खिलाफ कई धारा बदली, जानिए पूरा मामला

Tricity Today | आशीष मिश्रा



Lakhimpur : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) कांड में नया मोड़ सामने आया है। एसआईटी की जांच में जो खुलासा हुआ है, उसमें तीन अक्टूबर को उपद्रव के बाद हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले की जांच कर रही टीम ने इसको पूर्व नियोजित साजिश माना है। टीम ने इस केस में केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे और मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू के खिलाफ कई धारा में बदलाव किया है।

SIT ने बदली धारा

एसआईटी ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी। एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं। सभी आरोपियों पर जानबूझकर प्लानिंग करके अपराध करने का आरोप है। एसआईटी ने IPC की धाराओं 279, 338, 304 A को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 लगाई हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा। 

ये था मामला

बता दें 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में आंदोलनकारी किसानों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें 8 लोगों की मौत हुई थी। 4 किसान, 2 भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, 1 ड्राइवर और एक पत्रकार शामिल थे। किसानों की ओर से आरोप लगाया गया था, कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों को रौंद दिया। सीधे किसानों के ऊपर कार चढ़ाई। जिससे किसानों की मौत हुई है। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। मामले के बाद कई वीडियो भी सामने आई जिसमें किसानों के ऊपर जीप चढ़ाते हुई नजर आई।

उपद्रव के दौरान हुई थी फायरिंग

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आई फॉरेंसिक लैब (एफएसएल) रिपोर्ट में लाइसेंसी असलहों से फायरिंग की पुष्टि हो गई है। उपद्रव के दौरान आशीष मिश्रा की राइफल, रिवॉल्वर और अंकित दास की रिपीटर गन और पिस्टल से फायरिंग की गई थी। आशीष और अंकित इस समय लखीमपुर खीरी जिला जेल मे बंद हैं। एएसपी अरुण कुमार सिंह के मुताबिक मामले से जुड़े जिन साक्ष्यों को जांच के लिए लैब भेजा गया था उनकी रिपोर्ट आनी शुरू हो गई है। जो रिपोर्ट मिली है उनके बिंदुओं पर तफ्तीश आगे बढ़ाई जा रही है।

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