बड़ी खबर : सोमेंद्र तोमर ने नितिन गडकरी से मुलाकात की, मेरठ रिंग रोड प्रोजेक्ट पर हुई यह चर्चा

Tricity Today | सोमेंद्र तोमर ने नितिन गडकरी से मुलाकात की



Meerut News : मेरठ दक्षिण से भारतीय जनता पार्टी के विधायक डॉ.सोमेंद्र सिंह तोमर (Somendra Tomar MLA) ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) से मुलाकात की। सोमेंद्र तोमर ने बताया कि नितिन गडकरी को देश और जनपद मेरठ में सड़कों के निर्माण के लिए धन्यवाद दिया है। मेरठ की लाइफ लाइन रिंग रोड के विषय में विस्तृत चर्चा हुई है।

डॉ.सोमेंद्र तोमर ने कहा, "मेरठ को दिल्ली से जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा हो चुका है। इसका उपयोग आम आदमी कर रहा है। इस एक्सप्रेसवे की बदौलत दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी सिमटकर महज एक घंटा रह गई है। इस एक्सप्रेसवे का लाभ केवल दिल्ली और मेरठ के लोग नहीं ले रहे हैं बल्कि पूरे उत्तर भारत के लोग उठा रहे हैं। पुराने रास्तों से मेरठ और दिल्ली के बीच सफर करना बेहद कष्टकारी था। मुरादनगर, मोदीनगर, गाजियाबाद और दिल्ली के बाहरी इलाकों में लगने वाले यातायात जाम से न केवल आर्थिक नुकसान बल्कि कीमती समय की बर्बादी हो रही थी।"

सोमेंद्र तोमर ने कहा, "इसी तरह ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से भी मेरठ समेत पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश को बड़ा लाभ हो रहा है। अब मेरठ के लोगों को हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के किसी भी इलाके में जाने के लिए दिल्ली पार करने की जरूरत नहीं पड़ती है। मेरठ अब गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, सोनीपत, पानीपत और दिल्ली के चारों ओर बसे एनसीआर के बाकी शहरों से सीधा जुड़ चुका है। यह सब केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की दूरदर्शिता के कारण संभव हुआ है। इन सारी परियोजनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही मेरठ शहर के चारों और प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण कैसे हो सकता है, इस विषय पर भी लंबी चर्चा हुई है।"



क्या है मेरठ रिंग रोड प्रोजेक्ट
मेरठ शहर को जाम मुक्त करने के लिए चारों ओर के नेशनल हाईवे को आपस में जोड़ने की आउटर रिंग रोड परियोजना है। मेरठ साउथ के विधायक डॉ.सोमेंद्र तोमर पिछले 4 वर्षों से इस परियोजना पर काम कर रहे हैं। पिछले दिनों सिर्फ 13 किलोमीटर आउटर रिंग रोड बनाने की मंजूरी दी गई थी। यह परियोजना कुल 31 किलोमीटर की है। इसका प्रस्ताव कई वर्षोँ से लंबित था। मेरठ विकास प्राधिकरण की महायोजना में आउटर रिंग रोड शामिल था, लेकिन बजट की कमी के कारण इस पर कोई काम नहीं हो सका। पिछले वर्ष 2020 में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 31 किलोमीटर की आउटर रिंग रोड बनाने पर सहमति दी थी। इस प्रोजेक्ट का जिम्मा एनएचएआई को सौंप गया था। अब इसमें से सिर्फ 13 किमी हिस्से को एनएचएआई बनाएगा। इसी मुद्दे को लेकर डॉक्टर सोमेंद्र तोमर ने मंगलवार को नितिन गडकरी से मुलाकात की है।

अभी मवाना रोड को रुड़की रोड से जोड़ा जाएगा
अभी एनएचएआई ने मवाना रोड को रुड़की रोड से जोड़ने के लिए 13 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड बनाने की मंजूरी दी है। इसकी अधिसूचना सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी कर दी गई है। राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आउटर रिंग रोड के लिए परिवहन मंत्रालय ने नक्शा तैयार करवाया था। इसमें हापुड़ रोड स्थित शकरपुर गांव से गढ़ रोड को जोड़ने, सिसौली से निकलते हुए मवाना रोड पर सलारपुर तक आउटर रिंग रोड बनाने का प्लान है। एनएचएआई की मुरादाबाद डिवीजन मेरठ-गढ़ 709-ए हाईवे बना रही है। इसके बाद सिसौली से सलारपुर तक कार्य शुरू होगा। मेरठ के अपर जिलाधिकारी (भूमि एवं अध्याप्ति) कार्यालय का कहना है कि रिंग रोड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। लगभग 70 प्रतिशत अधिग्रहण हो चुका है। एनएचएआई से मंजूरी मिलने के बाद इस पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

अभी इस हिस्से को मिली है मंजूरी
  1. - मवाना रोड स्थित सलारपुर और बहचौला के बीच से शुरू होने वाले इस 13 किमी के मार्ग में 12 गांव आएंगे। इसमें करीब 130 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। इसके बाद यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

इस हिस्से की मंजूरी अभी नहीं
  1. - हापुड़ रोड स्थित भवानी कोल्ड स्टोरेज से सिसौली तक 13 किलोमीटर
  2. - गढ़ रोड स्थित सिसौली से मवाना रोड स्थित सलारपुर तक - 12 किलोमीटर

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले निर्माण शुरू होगा
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डीके चतुर्वेदी ने इस परियोजना के बारे में बताया, अभी 13 किलोमीटर के हिस्से का निर्माण किया जाएगा। इसे दिसंबर-जनवरी तक शुरू किया जाएगा। विधानसभा चुनाव से पहले यह काम शुरू कर देंगे ताकि आचार संहिता की बाधा नहीं आएगी।

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