बदल रहा है उत्तर प्रदेश : महिला खिलाड़ी यूपी पुलिस में डीएसपी बनेंगी, कई जिलों की कमान महिला आईपीएस के हाथ

Tricity Today | एडीजी आलोक सिंह



Kanpur News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शनिवार को औरैया पहुंचे। इस दौरान कानपुर के एडीजी आलोक सिंह ने योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। ट्राईसिटी टुडे के संवाददाता अरुण वाजपेयी ने आलोक सिंह से बातचीत की। अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस महिला सशक्तिकरण पर बढ़ावा दे रही है।

एशियन गेम्स में मेडल लाने वाली लड़कियां यूपी में डीएसपी बनेंगी
आलोक सिंह ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए कहा, "पिछले कुछ सालों के दौरान उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उन महिलाओं को सम्मानित करने की बात कही है, जिन्होंने एशियन गेम्स में उत्तर प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। उत्तर प्रदेश सरकार एशियन गेम्स में मेडल लाने वाली महिलाओं को डीएसपी पोस्ट पर यूपी पुलिस में भर्ती करेगी। यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक अच्छी पहल है।"

ग्रामीण महिलाओं के लिए सुनहरा मौका
आलोक सिंह ने आगे कहा, "जब एशियन गेम्स में मेडल लाने वाली लड़कियां उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी के पद पर पोस्टेड होंगी तो पुलिस की अलग छवि दिखाई देगी। लोगों के भीतर पुलिस को लेकर नकारात्मक सोच खत्म होगी। इसके अलावा ग्रामीण युवतियों को खेल और पुलिस में आगे बढ़ने का एक सुनहरा मौका मिलेगा।" 

खेल कर भी आगे बढ़ सकती हैं यूपी की लड़कियां
आलोक सिंह ने आगे कहा, "अभी तक केवल इस बात को माना जाता है कि अच्छी-खासी पढ़ाई-लिखाई करने के बाद ही लोगों को डिप्टी एसपी जैसी पुलिस में पोस्टिंग मिलती है, लेकिन अब यह भी कहा जाएगा कि खेलकूद में आगे निकलने वाली और देश का नाम रोशन करने वाली लड़कियां भी किसी से कम नहीं है। उन ग्रामीण युवतियों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, जो उत्तर प्रदेश या देश के लिए खेल कर भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन करती हैं।”

कई जिलों की कमान महिला आईपीएस के हाथों में
आलोक सिंह ने आगे बताया, "इस सरकार से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस में 10,000 महिला पुलिसकर्मी थीं, लेकिन आज 40,000 महिला पुलिसकर्मी 75 जिलों में काम कर रही हैं। एक बड़ी बात यह भी है कि कई जिलों की कमान महिलाओं आईपीएस अफसरों के हाथ में सौंप गई है। आज उत्तर प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं, जहां की एसएसपी और एसपी महिलाएं हैं। जब उत्तर प्रदेश के 6 जिलों में कमिश्नरेट का गठन हुआ था तो काफी महिला आईपीएस को जिम्मेदारी सौंपी गई। इससे पता चलता है कि महिलाएं उत्तर प्रदेश पुलिस में काफी तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि में गुणात्मक सकारात्मक परिवर्तन देखने के लिए मिला है।”

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में जब पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई थी तो सबसे पहले राज्य की राजधानी लखनऊ और आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गौतमबुद्ध नगर में यह सिस्टम लागू हुआ था। तब आलोक सिंह को गौतमबुद्ध नगर का पहला पुलिस आयुक्त बनाकर भेजा गया था। आलोक सिंह ने महज़ 3 वर्ष के कार्यकाल में गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना से लेकर पूरे सिस्टम को खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। आलोक सिंह वर्ष वर्ष 1995 बैच के आईपीएस अफ़सर हैं। फ़िलहाल उत्तर प्रदेश पुलिस में अपर पुलिस महानिदेशक के पद पर कानपुर ज़ोन में कार्यरत हैं। वह उत्तर प्रदेश के क़रीब एक दर्जन ज़िलों के पुलिस कप्तान रह चुके हैं। आलोक सिंह को उत्तर प्रदेश पुलिस में सुधारवादी दृष्टिकोण वाला आधिकारिक माना जाता है। वह मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले हैं।

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