खुशखबरी : नोएडा, गजियाबाद, कानपुर, लखनऊ और मथुरा के लिए ख़ास खबर, राज्य सरकार ने युवाओं को बड़ी सौगात दी

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उत्तर प्रदेश में व्यवसाय में सुगमता (ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस) में अभूतपूर्व सुधार का सकारात्मक प्रभाव स्टार्टअप सेक्टर पर पड़ा है। प्रदेश में स्टार्टअप्स की संख्या में निरन्तर वृद्धि के साथ पिछले तीन वर्षों में 3,406 स्टार्टअप्स की स्थापना हुई है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ.दिनेश शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार एक सुदृढ़ बुनियादी ढांचे का विकास और अनुकूल नीतियां बना रही है। इससे रोज़गार सृजन तो हो ही रहा है, नवाचार (इनोवेशन) और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।

अपर मुख्य सचिव (आईटी एवं इलेक्टाॅनिक्स) आलोक कुमार ने बताया कि दिसम्बर 2019 से दिसम्बर 2020 तक कोविड-19 आपदा के बावजूद 773 स्टार्टअप्स की स्थापना हुई है। दो वर्षों में पुरानी आईटी और स्टार्टअप नीति के तहत 17 इन्क्यूबेटर्स और नई नीति के जरिए की 7 इन्क्यूबेटर्स के प्रस्तावों को अनुमोदन दिया गया है। राजकीय इन्जीनियरिंग कॉलेज बांदा में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पहले इन्क्यूबेटर की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई, खादी, कृषि शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा आदि प्रमुख विभागों के संस्थानों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में स्टार्टअप ईकोसिस्टम विकसित करने के लिए 117 इन्क्यूबेटर्स की स्थापना की जाएगी।

यूपी में शुरू किए गए नए 7 इन्क्यूबेटर्स
  1. राजकीय इन्जीनियरिंग कॉलेज बांदा 
  2. बीएचयू वाराणसी में अटल इन्क्यूबेशन सेन्टर
  3. नोएडा में नैसकाॅम 10000 स्टार्टअप वेयरहाउस
  4. लखनऊ में जयपुरिया इन्क्यूबेटर
  5. लखनऊ में महर्षि सेन्टर फाॅर इन्टरप्रेन्योर डेवलपमेण्ट
  6. मथुरा में स्टार्टअप लाॅन्चपैड, जीएलए यूनिवर्सिटी
  7. गाजियाबाद में कृष्णा इन्जीनियरिंग कॉलेज

तीन सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं : आलोक कुमार ने बताया कि राज्य में तीन स्टेट ऑफ़ आर्ट सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे। जिसमें से मेडिकल इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल सांइसेज़ लखनऊ में साॅफ्टवेयर टेक्नोलाॅजी पार्क्स ऑफ़ इण्डिया के सहयोग से पहला उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। दूसरा उत्कृष्टता केन्द्र आर्टिफिशिएल इन्टेलीजेन्स के क्षेत्र में आईआईटी कानपुर और फिक्की के सहयोग से नोएडा में विकसित किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आईआईटी कानपुर, अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लखनऊ, आईआईएम लखनऊ, एसटीपीआई लखनऊ, आईआईटी बीएचयू, केआईईटी गाजियाबाद को स्टार्ट्सअप पॉलिसी के तहत अनुदान मुहैया करवाया गया है।

यूपी सरकार की इस साइट पर करें रजिस्ट्रेशन : उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाले स्टार्टअप्स के रजिस्ट्रेशन के लिए www.startinup.up.gov.in पोर्टल की व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से स्टार्टअप्स वित्तीय प्रोत्साहन हासिल करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पोर्टल के माध्यम से ही सभी सरकारी स्वीकृतियां दी जाएंगी। वित्तीय वर्ष 2020-21 में सरकार ने इन्क्यूबेटर्स और स्टार्टअप्स को 41.60 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी है। शीघ्र ही 41.41 लाख रुपये और दिए जाएंगे। जिसके बाद कुल 83 लाख रुपये की धनराशि इन्क्यूबेटर्स और स्टार्टअप्स को इस वित्तीय वर्ष में दे दी जाएगी।

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