Vikas Dubey Case : एक बार फिर चर्चा में आया बिकरू कांड, दुबे की भतीजी खुशी को सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत

Google Image | Khushi Dubey



kanpur|New Delhi : एक बार फिर बिकरू कांड चर्चा में है। उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से आरोपी बनाई गई खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। खुशी दुबे बिकरू कांड को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे के भतीजे और राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे की पत्नी है।  इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के विरोध में ख़ुशी दुबे सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के विरोध में दलीलें दीं। बता दें यूपी पुलिस ने खुशी दुबे पर भी बिकरू कांड में शामिल होने का आरोप लगाया था।

यूपी सरकार का बयान
यूपी सरकार की तरफ से ये भी कहा गया कि जेल रिपोर्ट के मुताबिक, इसका व्यवहार ठीक नहीं था और खुशी दुबे ने दूसरे कैदियों के साथ कई बार झगड़े हुए हैं। यूपी सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि खुशी दुबे उसी गैंग का हिस्सा है। अगर जमानत दी गई तो, खुशी दुबे के साथ गैंग के अन्य सदस्य दोबारा जुड़कर गैंग को फिर से एक्टिव कर सकती हैं। गौरतलब है कि 29 जून 2020 को खुशी दुबे ने अमर दुबे से शादी की थी। शादी के तीन दिन बाद ही बिकरू कांड हो गया। यह गोलीकांड पूरे देशभर में चर्चा में रहा। मुख्य आरोपी विकास दुबे को एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया।

क्या है मामला
सुप्रीम कोर्ट ने खुशी दुबे को जमानत देते हुए उसके कानपुर जाने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देते हुए शर्त रखी है कि उसे हर हफ्ते स्थानीय थाने में हाजिरी लगाने के लिए जाना होगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब खुशी दुबे जेल से बाहर आ जाएगी। बता दें बिकरू कांड में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने 8  पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। बता दें कि दो जुलाई 2020 की रात बिकरु गांव में गैंगेस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला कर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। बिकरू कांड के कुछ दिन बाद ही पुलिस ने मुठभेड़ में अमर दुबे को मार गिराया था। इसके बाद पुलिस ने उसकी पत्नी खुशी दुबे को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था। पुलिस ने खुशी दुबे पर फर्जी दस्तावेज लगाकर सिम लेने का मामला दर्ज किया था।

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