Google Image | ताजमहल को खोलने की तैयारियां चल रही हैं
ताजमहल घूमने के शौकीन दर्शकों के लिए बड़ी खबर है। भारत सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक बुधवार, 16 जून से ताजमहल दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और आगरा पुरातत्व विभाग तैयारियों को अमली जामा पहनाने में लगा हुआ है। ताजमहल की साफ-सफाई के साथ-साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए भी तैयारियां की जा रही हैं।
दो दिन पहले ही भारत सरकार के पुरातत्व विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि 16 जून से देश के सभी स्मारक और पुरातात्विक स्थल दर्शकों के लिए खोले जा सकेंगे। हालांकि वहां कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को दी जाएगी। साथ ही महामारी के खतरे को देखते हुए अगर स्थानीय प्रशासन स्मारकों को खोलने में असुरक्षा महसूस करता है, तो उन्हें बंद रखा जाएगा।
आदेश के बाद दुनिया के अजूबों में शामिल ताजमहल को खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कल से दर्शकों की एंट्री शुरू हो जाएगी। हालांकि इसके लिए जिला प्रशासन ने कुछ गाइडलाइंस तय की हैं। आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि ताजमहल बुधवार से दर्शकों के लिए खुलेगा। दूसरी लहर के बाद इसे बंद कर दिया गया था। लेकिन अब राज्य और जनपद में कोरोना वायरस के मामले कम हो गए हैं। हालांकि ताजमहल में प्रवेश करने वाले सभी दर्शकों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
जिला प्रशासन के मुताबिक -
एक समय में सिर्फ 650 दर्शकों को ही ताजमहल में एंट्री दी जाएगी
ताजमहल के अंदर मौजूद टीमें दर्शकों को एक जगह इकट्ठा होने से रोकेंगी
विजिटर्स से सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करवाया जाएगा
टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन की जाएगी
एक व्यक्ति एक मोबाइल नंबर के जरिए पांच टिकट बुक कर सकेगा
सुरक्षा के लिहाज से ताजमहल में कार्यरत सभी कर्मचारियों का आज टीकाकरण कराया गया है
प्रवेश द्वार पर हर विजिटर का तापमान चेक किया जाएगा
बिना मास्क लगाए दर्शकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा
हर विजिटर को हाथ सैनीटाइज करने के बाद ही एंट्री मिलेगी
आगरा सर्किल के पुरातत्व विभाग के सुपरिटेंडेंट वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि, ताजमहल के साथ-साथ देश के सभी दूसरे पुरातात्विक स्थल भी कल से खुलेंगे। लेकिन प्रवेश सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुकिंग के जरिए ही मिलेगा। बिना मास्क पहने लोगों को स्थलों में अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया गेट पर भी कराई जाएगी। साथ ही स्थलों के अंदर भी जगह-जगह सैनिटाइजेशन मशीनें लगाई जाएंगी। ताकि नियमित अंतराल पर लोग हाथ सेनीटाइज करते रहें।