BIG BREAKING: यूपी में रविवार की बंदी से मिली राहत, नई गाइडलाइन जारी करेगी सरकार

Tricity Today | CM Yogi Adityanath



Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में कारोबारियों की मांग और कोरोना वायरस के कम मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को लागू वीकेंड कर्फ्यू हटाने की घोषणा की है। दरअसल राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या ना के बराबर बची है। इस वजह से व्यवसायी रविवार की बंदी को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार के प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बंदी को समाप्त करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड की बेहतर होती स्थिति को देखते हुए रविवार की प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था को समाप्त किया जा सकता है। अब से सभी शहरों, बाजारों, उद्योगों, कारखानों में कोविड काल से पूर्व में प्रभावी रही साप्ताहिक बंदी की तिथि पर अवकाश लागू किया जाए। इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया जाए।

कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए गठित टीम-9 के साथ आज समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी का असर कम हो गया है। इसलिए अब रविवार की साप्ताहिक बंदी को समाप्त किया जा सकता है। इस बारे में राज्य सरकार ने बीते दिनों महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए शनिवार को कर्फ्यू हटा दिया था। कारोबारियों का कहना था कि 22 अगस्त को रविवार है और उसी दिन रक्षाबंधन का त्यौहार है। बंदी की वजह से उस दिन दुकानें बंद रहेंगी। इससे लोगों को परेशानी होगी। कारोबारियों दोनों को नुकसान होगा। हालांकि रविवार को भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार जल्द ही गाइडलाइंस जारी करेगी।

6 करोड़ 24 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी गई
मुख्यमंत्री ने कहा, कोविड पर नियंत्रण के लिए एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति को उत्तर प्रदेश ने बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया है। प्रदेश में अब तक 07 करोड़ 01 लाख 69 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है, तो 06 करोड़ 24 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। 05 करोड़ 26 लाख से अधिक प्रदेशवासियों ने कम से कम वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है, जबकि टीके की दोनों डोज प्राप्त करने वालों की संख्या जल्द ही एक करोड़ के पार हो जाएगी। सीएम ने शनिवार का दिन वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए अर्ह लोगों के लिए आरक्षित रखने को कहा।

15 जनपद कोरोना मुक्त हुए
उन्होंने आगे कहा, सतत प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। आज प्रदेश के 15 जनपदों (अलीगढ़, अमेठी, बदायूं, बस्ती, देवरिया फर्रुखाबाद, हमीरपुर,हरदोई, हाथरस, कासगंज, महोबा, मिर्जापुर, संतकबीरनगर, श्रावस्ती और शामली) में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख  33 हजार 350 सैम्पल की टेस्टिंग में 58 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 17 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 408 रह गई है। 

26 नए मरीज मिले
यह समय सतर्कता और सावधानी बरतने का है। थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है। ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 26 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 23 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक 16 लाख 85 हजार 877 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

ऑक्सीजन प्लांट तैयार करें, डेंगू से बचाव का करें उपाय
ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए तेजी से कार्य जारी है। अब तक प्रस्तावित 555 प्लांट में से 329 क्रियाशील हो चुके हैं। उन्होंने शेष निर्माणाधीन प्लांट के स्थापना की कार्यवाही तेजी से पूरा करने का आदेश दिया। कुछ जनपदों में डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वास्थ्य, नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आवश्यकता के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। स्वच्छता एवं शुद्ध पेयजल की।उपलब्धता पर विशेष ध्यान दें। लोगों को डेंगू से बचाव के संबंध में जागरूक भी किया जाए।

सतर्क रहें विभाग
गोरखपुर व सिद्धार्थनगर सहित कुछ जनपदों में अब भी बाढ़, अतिवृष्टि की स्थिति से जनजीवन प्रभावित है। सीएम ने हर एक व्यक्ति की सुरक्षा, उनके भरण-पोषण की व्यवस्था करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री उपलब्ध कराने में देरी न हो। बरसात को देखते हुए नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रखा जाए।

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