Tricity Today | बैठक करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
यूपी में कोरोना की रफ्तार पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इस महामारी के मामलों को 35 हजार से 7 हजार लाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की पॉलिसी सबसे ज्यादा कारगर साबित हुई है। यूपी में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले कई गुना ज्यादा टेस्टिंग हो रही है। एक बड़ा पहलु यह भी है कि अब प्रदेश के गांवों में शहरों के मुकाबले ज्यादा लोगों का कोविड टेस्ट किया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में बुधवार को 2,99,327 कोविड टेस्ट किए गए। यह देश में एक दिन में सम्पन्न कोरोना जांच की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। बड़ी बात यह है कि इसमें 2,19,000 टेस्ट प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में किये गए।
सक्रिय मामलों में 60 फीसदी की गिरावट आई है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अफसरों संग महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान अधिकारियों ने जानकारी देते हुए विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 7,336 केस आए हैं। इसी अवधि में 19,669 संक्रमित मरीजों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 1,23,579 है, जो 30 अप्रैल, 2021 को कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या से 1,87,000 कम है। यह कमी 60 प्रतिशत से अधिक है।
रिकवरी रेट 91.4 फीसदी हुआ
राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्तमान में यह दर 91.4 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है। कोरोना संक्रमण में राज्य का कुल पॉजिटिविटी रेट 3.6 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में यह दर 2.45 प्रतिशत रही है। प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में 2,99,327 कोविड टेस्ट किए गए, जो कि एक दिन में सम्पन्न कोरोना जांच की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इसमें 2,19,000 टेस्ट प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में किये गए। विगत 24 घण्टों में की गयी कोविड जांच में 1,22,172 आरटीपीसीआर टेस्ट भी शामिल है। प्रदेश में अब तक 4,55,31,018 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।
सही जानकारी उपलब्ध कराएं अफसर
सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालयों में बैठना प्रारम्भ करें तथा दिन प्रतिदिन के कार्यों का निष्पादन वहीं से करें। सूचना मांगे जाने पर सभी विभागों द्वारा सही और तथ्यात्मक जानकारी दी जानी चाहिए। प्रदान की गई सूचनाएं स्पष्ट होनी चाहिए। सूचनाएं समय पर उपलब्ध कराई जाए। सूचना का प्रारूप सरल होना चाहिए, जो किसी भी सामान्य व्यक्ति को आसानी से समझ में आ जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी दिए जाने वाले आदेशों का तत्परता से अनुपालन करें। ऐसा न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
अस्पतालों में हर सुविधा मिले
मुख्यमंत्री ने अफसरों को आदेश दिया कि सभी डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में पोस्ट कोविड वॉर्ड तैयार किये जाएं। इन वॉर्डों में आवश्यक दवाओं सहित भोजन, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था भी रहे। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार के सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाएं। संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को दवा तत्काल उपलब्ध कराई जाए। सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे। निजी अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को भी दवा उपलब्ध कराई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इस व्यवस्था का दुरुपयोग न हो।
बेड और हेल्थ स्टॉफ की संख्या बढाई जाए
उन्होंने कोविड बेड की संख्या लगातार बढ़ाने का आदेश भी दिया। साथ ही उन्होंने आवश्यक मानव संसाधन की संख्या में भी लगातार बढ़ोत्तरी की जाए। इसके लिए भर्ती की कार्यवाही तेजी से सम्पन्न की जाए। सभी जनपदों में उपलब्ध समस्त वेंटीलेटर कार्यशील अवस्था में रहें। खराब वेंटिलेटर की तुरन्त मरम्मत कराई जाए। कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के लिए उनके निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही की जा रही है। विगत कुछ दिनों में चिकित्सा शिक्षा विभाग 2,400 डॉक्टरों और हेल्थ स्टॉफ की भर्ती की है। स्वास्थ्य विभाग में भी भर्ती की कार्यवाही तेजी से गतिशील है।