कासगंज : पंखुड़ी पाठक समेत पार्टी के दिग्गज नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे, कहा- कांग्रेस पार्टी परिवार के साथ है

Social Media | पीड़ित परिवार से मुलाकात



Kasganj News : कासगंज में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर राजनीति तेज हो गई है। कासगंज में पुलिस कस्टडी में 21 साल के युवक की मौत बाद बवाल मचा हुआ है। विपक्ष पूरी तरह सरकार पर हावी होता हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस की यूपी प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर यूपी कांग्रेस सोशल मीडिया की उपाध्यक्ष और नोएडा में पार्टी का प्रमुख चेहरा पंखुड़ी पाठक समेत पार्टी के दिग्गज नेता कासगंज पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच। जानकारी मिल रही है कि प्रियंका गांधी खुद भी कासगंज जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगी। परिजनों ने पुलिस हिरासत में युवक के मौत होने का आरोप लगाया है। 

कांग्रेस पार्टी परिवार के साथ है : पंखुड़ी पाठक
ट्राइसिटी टुडे से कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने बातचीत करते हुए बताया कि पीड़ित परिजनो के मुश्किल की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी परिवार के साथ है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जो हत्याएं हो रही हैं यह बेहद ही गंभीर मुद्दा है। प्रियंका गांधी के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल बनाया गया था। जो कासगंज आकर पीड़ित परिवार से मिला और घटनास्थल की जानकारी ली। आगे उन्होंने बताया जानकारी लेने के बाद सारे तथ्य को कांग्रेस पार्टी के हाईकमान के सामने रखा जाएगा। 

पंखुड़ी पाठक ने कहा कासगंज पहुंचकर आसपास के लोगों से जानकारी इकट्ठा की गई है क्योंकि परिस्थितियां बेहद संगीन है। कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार को न्याय दिलवा कर रहेगी। सरकार जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है। युवक की मौत पर जो पुलिस का बयान आया है। वह बयान परिजनों के लिए विश्वास करना मुश्किल है।

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल कासगंज पहुंचा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi)  के निर्देश पर कासगंज में अल्ताफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या की जानकारी लेने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल कासगंज पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी, विवेक बंसल, तौकीर आलम, पंखुड़ी पाठक, डॉली शर्मा आदि बड़े कांग्रेस नेता शामिल है।

परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी हत्या की है। मृतक अल्ताफ कासगंज कोतवाली क्षेत्र के अहरौली गांव का रहने वाला था और उसके पिता का चाहत मियां है। चाहत मियां ने आरोप लगाया कि एक लापता लड़की के सम्बन्ध में कासगंज पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसकर्मियों ने 8 नवंबर देर शाम 8 बजे के आसपास उनके बेटे को पूछताछ के लिए पकड़ा था। लेकिन उसके 22 घंटे बाद 9 नवंबर को शाम 6 बजे के आसपास उन्हें सूचना मिली की पुलिस लॉकअप में उनके बेटे की मौत हो गई है।

जांच के दौरान लावारवाही बरतने के आरोपी कोतवाली प्रभारी वीरेन्द्र इंदौलिया, वरिष्ठ उप निरीक्षक चंद्रेश गौतम, नदरई गेट चौकी इंचार्ज विकास कुमार, हेड मुहर्रिर घनेन्द्र सिंह, सिपाही सौरभ सोलंकी सहित पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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