उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के पहले दिन, 8 जुलाई को नामांकन में जमकर बवाल हुआ। राज्य के कई जनपदों में गोलियां चलीं। लाठी-डंडों से समर्थक एक दूसरे पर वार करते रहे। सपा-भाजपा और निर्दलीय उम्मीदावारों के तमाम समर्थक घायल हुए हैं। पुलिस भी सुरक्षात्मक रही। पत्रकार भी पीटे गए। इन सब पर कटाक्ष करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भाजपा सत्ता और धनबल का दुरुपयोग कर रही है। इससे समाजवादी पार्टी के शासन की यादें ताजा हो रही हैं। इसीलिए बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया था। बसपा प्रमुख ने समाजवादी पार्टी पर बहुजनों को गुमराह कर मत हासिल करने का आरोप लगाया।
सपा सरकार की याद दिला रहा
अब से थोड़ी देर पहले उन्होंने कहा, “यूपी पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष व अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता व धनबल का घोर दुरुपयोग व हिंसा आदि जो हो रही है वह सपा शासन की ऐसी अनेक यादें ताजा कराता है। इसीलिए बीएसपी ने इन दोनों अप्रत्यक्ष चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला लिया।”
गुमराह कर रही समाजवादी पार्टी
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि सपा वोटों के लिए प्रदेश के लोगों को भ्रमित कर रही है। जबकि उसका असली चेहरा कुछ और है। बसपा प्रमुख ने कहा, “अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है। तब भाजपा सरकार के विरूद्ध सपा जो जुबानी विरोध व आक्रामकता दिखा रही है, वह घोर छलावा व अविश्वसनीय है। क्योंकि इन्हीं सब सत्ता के दुरुपयोग व हर कीमत पर चुनाव जीतने आदि के लिए सपा का पूरा शासनकाल काफी चर्चाओं में रहा। जनता कुछ भी नहीं भूली।”
हल्ला बोल पार्टी शांत क्यों
उन्होंने आगे कहा, “साथ ही, बात-बात पर ’हल्लाबोल’ के तेवर वाली सपा यहां के गरीबों, किसानों व बेरोजगारों आदि के अधिकारों तथा दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज के ऊपर यहां लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा आदि पर अभी तक निष्क्रिय क्यों रही है? यह भी सोचने की बात है।“
फेरबदल से नहीं, नीतियों से सुधार होगा
उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भी टिप्पणी की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कह, “केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में कल किए गए लम्बे-चोड़े विस्तार व फेरबदल सरकार की अब तक की रही गलत नीतियों, कार्यकलापों एवं अन्य कमियों आदि पर पर्दा नहीं डाल सकते तथा न ही उस पर से लोगों का ध्यान बांट सकते हैं। जनता व देश की बदहाल स्थिति सही समय पर परिवर्तन की राह देख रही है।“
राज्य सरकार भी असफल
उन्होंने यूपी की भाजपा सरकार को भी असफल बताया। कहा कि, “साथ ही, यूपी की भाजपा सरकार भी यहां जनहित व जनकल्याण के सभी मोर्चे पर अधिकांश विफल ही रही है और कोरोना प्रकोप में तो इनकी नीति व कार्यशैली तथा इनके अन्य हवा-हवाई वादों व घोषणाओं आदि से यहाँ की समस्त जनता काफी दुःखी है।”