Lucknow News : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करके भारतीय जनता पार्टी दूसरी बार प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी दूसरी पारी 20 या 21 मार्च को शुरू करेंगे। अभी योगी आदित्यनाथ 2 दिन के प्रवास पर दिल्ली गए हैं। वहां से लखनऊ वापस लौटेंगे और फिर होली का त्यौहार मनाने गोरखपुर चले जाएंगे। गोरखपुर से 19 मार्च को वापसी करते ही नए मंत्रिमंडल पर मंथन शुरू हो जाएगा।
योगी आदित्यनाथ के साथ कौन-कौन लेगा शपथ
गोरखपुर शहर से विधायक निर्वाचित हुए योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अब उनके साथ मंत्री पद की शपथ लेने वालों के नामों पर भाजपा में मंथन शुरू हो चुका है। इस मंत्रिमंडल का गठन दो साल बाद वर्ष 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव की तैयारी नजर आएगी। मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधा जाएगा।
एक डिप्टी सीएम और 11 मंत्री हार गए चुनाव
इस चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन योगी आदित्यनाथ के साथ 5 सालों तक काम करने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के और 11 मंत्री चुनाव हार गए हैं। लिहाजा, नए चेहरों को मौका मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस बार किसी दलित को बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल किया जा सकता है।
दिल्ली में मुख्यमंत्री ने पीएम और पार्टी प्रेसिडेंट से चर्चा की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को दो दिनों के प्रवास पर नई दिल्ली आए हैं। वह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और रात में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की हैं। मुख्यमंत्री ने रात्रि भोजन राजनाथ सिंह के साथ किया और इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री दिल्ली साथ गए
योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश के महामंत्री संगठन सुनील बंसल दिल्ली गए हैं। भारतीय जनता पार्टी अब उत्तर प्रदेश में अगली सरकार के गठन की तैयारियों में जुटी है। डिप्टी सीएम का एक पद खाली हो गया है। इसके लिए दलित को आगे लाया जाएगा। माना जा रहा है कि भाजपा केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर पर दांव खेल सकती है। यह तो तय है कि इस बार योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का चेहरा काफी बदला जाएगा। मंत्री पद पर करीब डेढ़ दर्जन नए चेहरों को मौका मिलेगा। भाजपा अपने सहयोगी दलों अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह देगी।
क्या पार्टी दोनों डिप्टी सीएम बदलेगी
योगी आदित्यनाथ के एक नायब डा.दिनेश शर्मा ने चुनाव नहीं लड़ा है। दूसरे केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव हार गए हैं। जानकारी मिल रही है कि डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर नए चेहरे सामने आएंगे। एक चेहरा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का हो सकता है। पुलिस की नौकरी से रिटायर होकर विधायक बने असीम अरुण और राजेश्वर सिंह में से किसी एक का मंत्री बनना तय है। असीम अरुण कन्नौज सदर और राजेश्वर सिंह लखनऊ की सरोजिनी नगर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। रिकॉर्ड मतों से जीतने वाले गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से विधायक सुनील शर्मा लगातार दूसरी बार बड़े अंतर से जीते हैं। वह भी मंत्री बन सकते हैं। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बलिया सदर से जीत दर्ज की है। उनकी मंत्री पत्नी का टिकट काटा गया था। अब उनको मौका मिल सकता है।
देवरिया से बड़ी जीत दर्ज करने वाले मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी, रायबरेली सदर की विधायक अदिति सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हरदोई के नितिन अग्रवाल, आगरा ग्रामीण की बेबी रानी मौर्य और एमएलसी अरविंद शर्मा को मौका मिल सकता है। अपना दल से एमएलसी आशीष पटेल, कायमगंज से विधायक डॉ.सुरभि, प्रयागराज की बारा सीट से विधायक वाचस्पति, निषाद पार्टी से डा.संजय निषाद, तमुकही राज से विधायक असीम राय को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।