कौन जीतेगा यूपी : क्या मुजफ्फरनगर में फिर H-M पर होगा चुनाव, जानिए जनता का मूड़, VIDEO

Tricity Today | मुजफ्फरनगर में ग्राउंड रिपोर्टिंग



कौन जीतेगा यूपी! यह सवाल पूछने का सिलसिला आज मुजफ्फरनगर शहर सीट पर पहुंच गया है। मुजफ्फरनगर के विधायक कपिल देव अग्रवाल फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री भी हैं। पिछले यानी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर वोटरों की संख्या 3,34,332 थी। जिसमें से 2,15,602 यानी 64.49 फ़ीसदी वोटरों ने मतदान किया था। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल को 97,838 वोट मिले थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी गौरव स्वरूप बंसल को 87,134 वोट मिले। तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी राकेश कुमार शर्मा रहे थे। उन्हें 21,038 वोट मिले थे।



खास बात यह थी कि राष्ट्रीय लोकदल की उम्मीदवार पायल महेश्वरी महज 5,640 वोट हासिल कर पाई थीं। कुल मिलाकर भाजपा विरोधी मतों में विभाजन का फायदा कपिल देव अग्रवाल को मिला था। मुजफ्फरनगर शहर सीट पर अल्पसंख्यक, वैश्य, ब्राह्मण और दलित मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। जाट, सैनी, ठाकुर और अन्य पिछड़ा वर्ग की कई दूसरी बिरादरी के वोटर भी हैं। अब घर आने वाले विधानसभा चुनाव की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर कपिल देव अग्रवाल को मैदान में उतारेगी।

दूसरी ओर समाजवादी पार्टी पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप के बेटे गौरव स्वरूप बंसल को अपना प्रत्याशी बनाएगी। इस बार समाजवादी पार्टी के साथ राष्ट्रीय लोक दल का गठबंधन है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस मर्तबा अल्पसंख्यक वोटर पूरी तरह समाजवादी पार्टी की तरफ लामबंद नजर आ रहा है। अभी बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर स्थिति साफ नहीं है। जिले की राजनीति पर खास पकड़ रखने वाले लोगों का कहना है कि कादिर राणा हरेंद्र मलिक और पंकज मलिक जैसे कद्दावर नेताओं का समाजवादी पार्टी में एक बार फिर दाखिला बड़े मायने रखता है। कुल मिलाकर आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और सपा-रालोद गठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है।

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