Uttar Pradesh News : कई संस्कृतियों में, बालों को स्त्री के आकर्षण और एक महिला की वास्तविक सुंदरता से जोड़ा जाता है। इसलिए लंबे और स्वस्थ बाल एक महिला को अधिक सुंदर बनाते हैं। आपको कई महिलाएं दिखेंगी, जिनके बाल कमर से नीचे लहराते होंगे। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में रहने वाले 15 वर्षीय सिदकदीप सिंह चहल नाम के किशोर ने हाल ही में लंबे बालों का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की रहने वाली स्मिता श्रीवास्तव ने दुनिया में सबसे लंबे बालों के साथ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब (Guinness World Records) अपने नाम किया है।
बचपन से ही लम्बे बालों का शौक
स्मिता श्रीवास्तव 46 साल की है। वह अपने 236.22 सेमी (7 फीट 9 इंच) लंबे बालों के कारण इस वक्त सुर्खियों में बनी हुई है। स्मिता को अपने बालों से इतना लगाव है कि वह टूटे हुए बालों को फेंकने की बजाय उन्हें एक प्लास्टिक बैग में इकट्ठा करती हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पिछले 20 सालों से कभी भी अपने बाल नहीं फेंके हैं। उनके बाल इतने लम्बे हैं कि कभी-कभी चलते समय उनके बाल उनके पैरों के नीचे फंस जाते हैं, जिससे वे टूट जाते हैं, इसलिए स्मिता उनका ज्यादातर जूड़ा बनाकर रखती हैं। स्मिता ने बताया, "भारतीय देवी-देवताओं के बाल बहुत लंबे होते थे। हमारे समाज में बाल काटना अशुभ माना जाता है, इसलिए महिलाएं बाल बढ़ाती थीं और लंबे बाल महिलाओं की सुंदरता को भी बढ़ाते हैं।"
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब पाकर मशहूर
गिनीज बुक का खिताब पाने के बाद लोग उनके पास आते हैं, उनके बालों को छूते हैं, तस्वीरें लेते हैं और वे अक्सर उनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के बारे में उनसे पूछते हैं। स्मिता अब इस गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब को पाकर बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि वह इसके बारे में सपने देखा करती थीं। उन्होंने यह भी कहा, "जब तक संभव होगा, मैं अपने बालों की देखभाल करूंगी। इन्हें कभी भी नहीं कटवाऊंगी।"
ऐसे रखती हैं अपने लंबे बालों का खिताब
स्मिता आमतौर पर हफ्ते में 2 बार अपने बाल धोती हैं और इनको सुखाने, सुलझाने और स्टाइल करने में उन्हें हर बार लगभग 3 घंटे तक का समय लगता है। वह बालों को धोने में 30-45 मिनट लगाती हैं, फिर इसे सुलझाने के लिए अपने हाथों का उपयोग करने से पहले इसे तौलिये से सुखाती हैं। गिनीज बुक के मुताबित, स्मिता ने यह भी बताया कि उन्हें अपने बालों को सुलझाने के लिए बिस्तर पर खड़ा होना पड़ता है।