कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है। भारत के गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के चीफ मिनिस्टर शिवराज सिंह चौहान अलीगढ़ के अतरौली गांव में पहुंचे। अमित शाह ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही है।
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि, शिवराज सिंह चौहान चौहान भी पहुंचे
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि "जिस दिन राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था। उस दिन बाबू जी से मेरी बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा था कि मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया है।" बाबू जी ने हमेशा गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। मध्य प्रदेश की चीफ मिनिस्टर शिवराज सिंह चौहान चौहान ने भी अतरौली गांव पहुंचकर कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी है।
भाजपा की बहुत बड़ी क्षति : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "आज मैं यहां कल्याण सिंह जी के अंतिम दर्शन के लिए आया हूं। उनका जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। भाजपा ने एक दिग्गज नेता खोया है। देशभर में दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपना एक अच्छा नेता गंवाया है। राम मंदिर आंदोलन में कल्याण सिंह जी बड़े नेता रहे। आंदोलन के लिए सत्ता त्याग करने के लिए तनिक भी नहीं सोचा।"
'बाबू जी' की अमित यात्रा में हजारों लोग
कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए है। अतरौली में करीब दो घंटे तक उनका पार्थिव शरीर रखने के बाद नरौरा के गंगा घाट पर उनका ले जाया जा रहा है। जहां शाम करीब 3 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा। पूर्व सीएम को आखिरी बार देखने और श्रद्धांजलि देने के लिए अलीगढ़ की सड़कों पर लोगों की भीड़ जुटी रही।
प्रदेश में तीन दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक के दौरान पार्टी की ओर से भी किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। पूरे उत्तर प्रदेश में सोमवार 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई। इस दौरान प्रदेश समस्त राजकीय कार्यालय, सभी शिक्षण संस्थाएं एवं बैंक पूर्णता बंद रहेंगे। प्रदेश के मान्यता प्राप्त विद्यालयों और अन्य बोर्ड के विद्यालयों में भी सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इस संबंध में घोषणा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से की गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट और हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में भी सोमवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इसके साथ ही सभी अधीनस्थ न्यायालय भी बंद रहेंगे।
89 साल की उम्र में छोड़ी दुनिया
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह ने शनिवार को दुनिया छोड़ दी। 89 वर्ष के कल्याण सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म 5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। वे बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये थे। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अध्यापक की नौकरी की। उन्होंने इसके साथ ही राजनीति भी जारी रखी। वर्ष 1991 में भाजपा की उत्तर प्रदेश में बनी सरकार के पहले मुख्यमंत्री बने। दुनिया छोड़ गए लेकिन राजनीति में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
कल्याण सिंह का मुख्यमंत्री बनने तक की यात्रा
कल्याण सिंह वर्ष 1967 में जनसंघ के टिकट पर अलीगढ़ के अतरौली विधानसभा सीट से जीत हासिल कर पहली बार विधानसभा में पहुंचे। वर्ष 1980 तक लगातार इसी सीट से जीतते रहे। जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हो गया और वर्ष 1977 में उत्तर प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी। उसमें उन्हें राज्य का स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। हालांकि कल्याण सिंह को वर्ष 1980 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।