लोग सड़क पर सोने को हुए मजबूर, तटबंध टूटने से बिगड़े हालात

गाजियाबाद, नोएडा के बाद बागपत में डूबे मकान : लोग सड़क पर सोने को हुए मजबूर, तटबंध टूटने से बिगड़े हालात

लोग सड़क पर सोने को हुए मजबूर, तटबंध टूटने से बिगड़े हालात

Tricity Today | गाजियाबाद, नोएडा के बाद बागपत में डूबे मकान

Bagpat News : सुभानपुर में यमुना का तटबंध टूटने से हालात बिगड़ गए। जिससे सुभानपुर व सांकरौद में पानी घुस गया और गाजियाबाद के अलीपुर और ट्रोनिका सिटी तक भी पानी पहुंच गया। सुभानपुर में लोग घरों को छोड़कर सड़कों पर आ गए और पानी को देखते हुए आसपास के गांवों की बिजली भी बंद करा दी गई। तटबंध को पोकलेन मशीनों से प्रशासन ठीक कराने में जुटा रहा। वहीं बागपत की माता काॅलोनी में कई मकानों और स्कूरों में पानी भर गया। मकानों में दरार आ गई। यमुना के तटबंध में सुभानपुर गांव के पास रिसाव शुरू हो गया था।

35 फुट चौड़ाई तक तटबंध टूटा
ग्रामीणों की सूचना पर सिंचाई विभाग की टीम ने वहां पत्थर और मिट्टी डलवाकर रिसाव बंद करा दिया था। लेकिन उसके बाद सुभानपुर के पास उसी जगह से 35 फुट चौड़ाई तक तटबंध टूट गया। जो कुछ देर बाद ही करीब 60 फुट तक हो गया। तेज बहाव होने के कारण पानी कुछ ही देर में सुभानपुर और सांकरौद के साथ ही गाजियाबाद के अलीपुर, ट्रोनिका सिटी तक पहुंच गया। सुभानपुर और सांकरौद की करीब दो हजार बीघा से ज्यादा फसल डूब गई।

तटबंध को ठीक करने में जुटे अधिकारी
इसके साथ ही सुभानपुर में गांव के अंदर पानी घुस गया। गांव में स्कूल, पंचायत घर, मंदिर समेत घरों में पानी घुस गया, जिससे ग्रामीणों को गांव के मुख्य मार्ग पर पहुंचना पड़ा। इसका पता चलने के बाद डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह, एडीएम पंकज वर्मा, सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ ही गाजियाबाद के प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचे। वहां पोकलेन मशीनों को मंगवाकर तटबंध को ठीक करने में जुटे रहे।

माता काॅलोनी में स्कूल और मकान डूबे, दरार आने से मकान खाली किए
बागपत की माता काॅलोनी में यमुना के किनारे बनाए गए करीब 20 मकान और मदरसा अब्दुल्ला खान मेमोरियल जूनियर हाईस्कूल भी डूब गया। इसके अलावा करीब 20 मकानों में दरार आ गई, जिससे लोगों को मकान खाली करके अपने अन्य परिजनों के यहां जाना पड़ा। माता काॅलोनी के नसरुद्दीन, जमालुद्दीन, रिजवान, अनीश, आस मोहम्मद आदि के घरों में दरार आई है। इनका कहना है कि मकानों तक पहली बार पानी आया है और इससे उनके परिवारों की परेशानी बढ़ गई है।

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