Google Image | CBSE के लाखों छात्रों के लिए बड़ी खबर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा परिणाम से जुड़ी बड़ी खबर है। सीबीएसई के लाखो छात्रों को राहत देते हुए केंद्र सरकार ने परीक्षाएं रद्द कर दी थी। अब संस्था ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि 12वीं के छात्रों के अंक निर्धारण में दसवीं और ग्यारहवीं के रिजल्ट को भी आधार माना जाएगा। साथ ही 12वीं के प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंकों को भी जोड़ा जाएगा।
सीबीएसई ने कहा है कि 12वीं के रिजल्ट में दसवीं के 30 प्रतिशत, 11वीं के 30 प्रतिशत और 12वीं के 40 परसेंट अंक लेकर निर्धारित किए जाएंगे। साथ ही 31 जुलाई तक 12वीं बोर्ड के रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। सीबीएसई ने इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में जानकारी साझा की। मामले की सुनवाई जस्टिस एएम खन्विलकर और दिनेश माहेश्वरी की खंडपीठ में हो रही थी। सीबीएसई की तरफ से एटॉर्नी जनरल ने कहा कि 12वीं की परीक्षा रद्द होने की वजह से अंको का निर्धारण प्री बोर्ड, टर्म और प्रैक्टिकल के अंकों के आधार पर किया जाएगा।
इसमें 10वीं और 11वीं की टर्म परीक्षाओं में तीन सबसे ज्यादा अंकों को लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीबीएसई के सभी स्कूल एक रिजल्ट कमेटी गठित करेंगे। यह कमेटी परीक्षा परिणाम से जुड़े सभी कार्यों की निगरानी करेगी। अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि अगर कोई छात्र इस प्रणाली से मिले अंकों से संतुष्ट नहीं है, तो वह फिर से परीक्षा में बैठने के लिए अनुरोध दे सकता है। कोरोना महामारी से हालात सामान्य होने के बाद उनकी परीक्षाएं कराई जाएंगी। हालांकि इस पर अंतिम फैसला संस्थान करेंगे।