Again Fraud In The Name Of Khaki Crimes Happening Due To Lack Of Awareness Called For Led By Posing As A Sub Inspector Said Take The Payment From The Police Station And Then
खाकी के नाम पर फिर ठगी : ट्रोनिका सिटी में दारोगा बन मंगवाईं एलईडी, बोला- थाने से ले लो पेमेंट, और फिर ...
Ghaziabad News : कई बार अपराधी जागरूकता के अभाव में क्राइम को अंजाम देने में सफल हो जाते हैं, इसलिए जरूरी है कि हम जागरूक बने, अपने आसपास हो रही घटनाओं के बारे में जानें। डीएलएफ कालोनी में पारस इलेक्ट्रिक हब मालिक, दिल्ली के करावल नगर निवासी धीरज सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ। उन्होंने पिछले दिनों राजनगर एक्सटेंशन में हुई घटना सबक लिया होता तो शायद ठगी का शिकार न होते, शातिरों ने कारोबारी धीरज सिंह के साथ ठीक उसी पैटर्न पर पुलिस के नाम पर ठगी कर ली। कारोबारी ने मामले की रिपोर्ट अंकुर विहार थाने में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजनगर एक्सटेंशन में मंगाए थे एसी और एलईडी
प्रताप विहार निवासी कारोबारी तरुण से विजयनगर थानाप्रभारी प्रभारी बनकर दो स्प्लिट एसी के डिलीवरी राजनगर एक्सटेंशन स्थिति एसजी ग्रांड सोसायटी पर कराई गई थी, बाकायदा फ्लैट नंबर देते हुए घर से पेमेंट लेने की बात कही थी, लेकिन डिलीवरी करने सोसायटी के गेट पर पहुंचे शख्स ने एंट्री के लिए कथित थाना विजयनगर थाना प्रभारी को फोन मिलाया तो सामने से कहा गया कि दोनो एसी गेट पर छोड़ दो, मैं यहां दुकानों का निर्माण कार्य देखने आया हूं, पेमेंट यही से ले जाओ।
मोरटा चौकी से पेमेंट लेने की बात कही थी
उसके बाद खोड़ा में इलेक्ट्रोनिक शोरूम के संचालक समीर को मोरटा चौकी प्रभारी बनकर फोन किया गया तो तो एलईडी टीवी एसजी ग्रांड सोसायटी में मंगाए गए, इस बार फिर गेट से दोनों एलईडी अपने आदमी को दिलवाकर मोरटा चौकी से पेमेंट लेने की बात कही थी। मोरटा चौकी जाकर पता किया तो वहां से ऐसी कॉल न किए जाने के बारे में जानकारी मिली थी।
नंदग्राम थाना पुलिस ने चार गिरफ्तार किए थे
मामले में नंदग्राम थाना पुलिस ने 10 नवंबर दिल्ली के जसवीर उर्फ मोनू, मनीष, तमीन और दिलशाद को गिरफ्तार किया था। जसवीर और मनीष इलेक्ट्रोनिक्स के शोरूम संचालकों को पुलिस के नाम झांसे में लेकर ठगी करते थे, जबकि तमीम और दिलशाद और ठगी का माल खरीदते थे। दोनों मामलों में जसवीर उर्फ मोनू ने पुलिस वाला बनकर एसजी ग्रांड सोसायटी पर 18 अक्टूबर को दो एसी और फिर नवंबर के पहले सप्ताह में खोड़ा से एलईडी मंगवाए थे। अब ठीक ऐसी ही घटना डीएलएफ में पारस इलेक्ट्रिक हब के संचालक धीरज सिंह के साथ हुई है।
अब डीएलएफ स्थित शोरूम से हुई ठगी
अंकुर विहार थानाक्षेत्र के डीएलएफ में पारस इलेक्ट्रिक हब के संचालक धीरज सिंह के साथ एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को एसआई सतपाल बताते हुए ट्रोनिका सिटी का पता देकर दो एलईडी टीवी मंगवाए। जब बताई गई सोसायटी डिलीवरी करने गए शख्स ने कथित एसआई सतपाल को कॉल की तो सामने से कहा गया कि मेरा आदमी आपके पास पहुंच रहा है, एलईडी उसको दे दो और ट्रोनिका सिटी थाने आकर पेमेंट ले जाओ।
थाने में कोई सतपाल नहीं मिला
डिलीवरी देने गया शख्स एलईडी भेजे गए व्यक्ति के हवाले कर पेमेंट लेने ट्रोनिका सिटी थाने पहुंचा। वहां जाकर एसआई सतपाल के बारे में पूछा तो पता लगा कि किसी भी पुलिस कर्मी का नाम सतपाल नहीं है और न ही थाने से किसी ने एलईडी टीवी मंगवाए हैं। ठगी का पता चलने पर कारोबारी ने ट्रोनिका सिटी थाने में शिकायत दी, जहां से पुलिस ने उन्हें अंकुर विहार थाने में भेजा। अंकुर विहार थाना पुलिस ने कारोबारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
नंदग्राम थाना पुलिस से ली जा रही मदद
एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि पीड़ित कारोबारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले के खुलासे के लिए नंदग्राम थाना पुलिस की मदद ली जा रही है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि अपने पास हो रहे घटनाक्रम पर नजर रखेंगे तो अपराधी उस पैटर्न पर दुबारा अपराध को अंजाम नहीं दे सकेंगे। कारोबारी धीरज सिंह को यदि नंदग्राम थानाक्षेत्र में हई घटना की जानकारी रही होती तो वह शिकार होने से बच जाते। "ट्राईसिटी टुडे" का भी इस तरह की खबरों से रू-ब-रू कराने का यही उद्देश्य है कि लोग जागरूक हों और अपराधियों का शिकार होने से बच सकें।