हड्डियां गलाकर ओम चिन्ह, देवी, देवताओं की मूर्तियां  बनाने की सूचना पर हड़कंप, छापेमारी के बाद मौके पर मिला ये..

गाजियाबाद में सनसनीखेज मामला : हड्डियां गलाकर ओम चिन्ह, देवी, देवताओं की मूर्तियां बनाने की सूचना पर हड़कंप, छापेमारी के बाद मौके पर मिला ये..

हड्डियां गलाकर ओम चिन्ह, देवी, देवताओं की मूर्तियां  बनाने की सूचना पर हड़कंप, छापेमारी के बाद मौके पर मिला ये..

Tricity Today | लोनी में छापामार कार्यवाही के दौरान टीम

Ghaziabad News : जानवरों की हड्डियां गलाकर स्वास्तिक और ओम जैसे हिंदुओं के प‌वित्र प्रतीक और देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाए जाने की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की जानकारी जिलाधिकारी गाजियाबाद इन्द्र विक्रम सिंह को मिली तो उन्होंंने मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई के ‌आदेश दिए और एसडीएम लोनी राजेंद्र कुमार को फोर्स के साथ मौके पर भेज दिया। एसडीएम लोनी ने बताया कि मौके पर हड्डियों से नलकी बनाने का काम किया जा रहा था। मौके से हिंदुओं के प्रतीक चिन्ह या देवी- देवताओं की मूर्तियां बनाए जाने का कोई ठोस साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है।

आवासीय क्षेत्र में अवैध रूप से हो रहा था काम
छापामार कार्यवाही के दौरान एसडीएम लोनी राजेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस, नगर पालिका परिषद लोनी और प्रदू‌षण नियंत्रण विभाग की टीम भी मौक‌ पर पहुंची थी। आवासीय क्षेत्र में अवैध रूप से फैक्ट्रियों का संचालन किए जाने पर पांच फैक्ट्रियां सील की गई हैं। लोनी में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान जानवरों की हड्डियों को गलाकर नलकी बनाने वाली फैक्ट्रियों से भारी मात्रा में ह‌ड्डियां बरामद हुई हैं। मौके पर पहुंचे एसडीएम लोनी ने बताया कि हड्डियों को गड्ढे खोदकर जमीन में दफन करवा दिया गया है। हड्डियां गलाने वाली भट्टियों को फैक्ट्री में ही सील कर दिया गया है।

इन इलाकों में चल रही थीं फैक्ट्रियां
पांच फैक्टरी लोनी के टोली मोहल्ला, गोरी पट्टी और अशोक विहार कॉलोनी के आवासीय क्षेत्र में संचालित की जा रही थीं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बताया गया था कि लोनी में बड़े स्तर पर जानवरों की ह‌ड्डियां गलाकर हिंदुओं की आस्था वाले प्रतीक चिन्ह, देवी- देवताओं की मूर्तियां और ज्वेलरी बनाई जा रही है। इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात कही गई थी। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्यवाही की लेकिन इन फैक्ट्रियों में धार्मिक चीजें बनाए जाने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।

ये लोग कर रहे अवैध काम
जांच के दौरान फैक्ट्रियां अमीरुद्दीन पुत्र आस मोहम्मद निवासी मुस्तफाबाद, मोहम्मद शाहिद पुत्र मो. राशिद खान निवासी राशिद अली गेट- गौरी पट्टी,  इमरान पुत्र निजामूददीन निवासी टोली मौहल्ला और शारून पुत्र मुस्तकीम निवासी टोली मौहल्ला व कसीर पुत्र मुस्लिम अंसारी निवासी नूर मस्जिद वाली गली के द्वारा अवैध रूप से आवासीय क्षेत्र में चलाई जा रही थी। इन फैक्ट्रियों हड्डियों से नलकी बनाने का कार्य किया जा रहा था। मोहम्मद शाहिद निवासी गौरी पट्टी के यहां से तीन ट्राली भरकर हड्डियों को दफनाया गया है। पांच स्थानों पर सीलिंग की कार्यवाही की गयी है। मौके पर हड्डियों से हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्ति बनाने का कोई उपकरण अथवा कोई अन्य साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है।

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