Tricity Today | पुलिस हिरासत में वरुण ठाकुर बनकर एग्जाम देने वाला युवक
Ghaziabad News : यूपी पुलिस में भर्ती होने के लिए एक युवक का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। यूपी पुलिस में निर्धारित 25 साल की उम्र सीमा लांघ जाने पर रिशी रंजन नाम के इस युवक ने करीब आठ साल बाद पुनः वरुण ठाकुर बन कर जन्म भी ले लिया। यह हम नहीं कह रहे बल्कि उसके कब्जे से मिले एक नंबर वाले दो आधार कार्ड इस बात की चुगली कर गए। बायोमेट्रिक अलर्ट आने के चलते हुई जांच पड़ताल के बाद वह परीक्षा देता पकड़ा गया। मामले में केंद्र व्यवस्थापक की शिकायत पर नंदग्राम थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस आयुक्त गाजियाबाद के पीआरओ ने बताया कि युवक को हिरासत में लेकर र्कारवाई की जा रही है।
एक ही आधार नंबर वाले दो आधार कार्ड मिले
हुआ यूं कि एक युवक वरुण ठाकुर के नाम से जीआईसी नंदग्राम (सेंटर कोड - 38004 पर शनिवार को द्वितीय पाली में यूपी पुलिस की परीक्षा देने पहुंचा था। उसका बायोमेट्रिक अलर्ट मिलने पर दस्तावेजों की जांच की गई। युवक के कब्जे से दो आधार कार्ड मिले, दोनों पर आधार कार्ड नंबर तो एक ही था लेकिन नाम और जन्म तिथि अलग-अलग। रिशी रंजन के नाम से बने आधार कार्ड पर जन्मतिथि 27 जनवरी, 1996 अंकित थी, जबकि वरुण ठाकुर के नाम वाले आधार कार्ड पर 4 मार्च, 2003।
11 साल के पुनः पास की हाईस्कूल की परीक्षा
रिशी रंजन के नाम से जहां 2012 में सीबीएसई बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा पास की गई थी वहीं वरुण ठाकुर के नाम से 11 साल बाद 2021 में। 2021 में हाईस्कूल की परीक्षा बिहार परीक्षा समिति से उतीर्ण की गई थी। पूरी जांच पड़ताल से साफ हो चुका था कि रिशी रंजन ने अपनी आयु कम दर्शाने के लिए पहले फर्जीवाड़ा कर वरुण ठाकुर के नाम से दूसरा आधार कार्ड बनवाया और हाईस्कूल की परीक्षा दी। इतना फर्जीवाड़ा करने के बाद वह यूपी पुलिस की परीक्षा में बैठा लेकिन पकड़ा गया। केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर के आधार पर नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।