Ghaziabad News : गाजियाबाद से बड़ी खबर है, यहां संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय (DCH) का ऑपरेशन थिएटर संक्रमण का शिकार हो गया है। ऐसा नियमित रूप से सफाई न होने के कारण हुआ है। बड़ी लापरवाही यह सामने आई कि संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद भी थिएटर में ऑपरेशन किए जाते रहे। जब मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. संजय गुप्ता ने तीन दिन तक ऑपरेशन थिएटर बंद रखने के निर्देश दिए तो मामले का खुलासा हुआ। जांच रिपोर्ट में इंफेक्शन की मौजूदगी मिलने के बाद भी ढाई दर्जन ऑपरेशन करके मरीजों की जान को जोखिम में डाले जाने की यह बड़ी लापरवाही है।
25 तक नहीं हो सकेंगे ऑपरेशन
संयुक्त जिला चिकित्सालय के ऑपरेशन थिएटर में 25 अक्टूबर तक कोई ऑपरेशन नहीं होगा। सीएमएस ने इस दौरान थिएटर की सफाई, फॉगिंग, स्टरलाइजेशन, ऑटोक्लव कार्बोनाइजेशन, हाइपो क्लोराइड व ब्चीचिंग सोल्यूशन से नियमित सफाई के निर्देश दिए हैं। सीएमएस की ओर से सभी सर्जन और गायनी डाक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि इस बीच किसी को ऑपरेशन की डेट न दें।
14 अक्टूबर को हुआ थिएटर का टैस्ट
संयुक्त जिला चिकित्सालय, संजयनगर के ऑपरेशन थिएटर को माइक्रो बायोलॉजिकल कल्चर सर्विलांस टैस्ट 14 अक्टूबर को हुआ था। दो दिन बाद ही 16 अक्टूबर को टैस्ट रिपोर्ट भी आ गई थी। रिपोर्ट में ऑपरेशन थिएटर के अंदर भारी संक्रमण की मौजूदगी की बात सामने आई थी, लेकिन संक्रमित थिएटर में भी ऑपरेशन होते रहे। करीब ढाई दर्जन ऑपरेशन होने के बाद अस्पताल प्रशासन की आंख खुलीं। प्रशासन ने आज से तीन दिन तक ऑपरेशन न करने और थिएटर को डिस्इंफेक्ट करने के आदेश दिए हैं।
डिस्इंफेक्टिंग और सेनेटाइजिंग के बारे में समझें
डिस्इफेक्ट का मतलब है, किसी जगह को कीटाणुरहित करना। इसके लिए, रोगजनक एजेंटों जैसे बैक्टीरिया, वायरस, और कवक को नष्ट किया जाता है। इसके लिए, कीटाणुनाशक (क्लोरीन, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, या सोडियम हाइपोक्लोराइट) का इस्तेमाल किया जाता है। किसी स्थान को डिस्इंफेक्ट करने के लिए, कीटाणुनाशक को सतहों पर एक निश्चित समय के लिए छोड़ना होता है, ऐसा करने से पहले, सतह को साबुन या सर्फ और पानी से साफ करना चाहिए। किसी स्थान को डिस्इंफेक्ट करने के लिए शक्तिशाली ब्लीच घोल का इस्तेमाल करना उचित होता है। सेनेटाइजिंग के दौरान रसायनों का प्रयोग करते सतह को बैक्टीरिया और वायरस मुक्त किया जाता है।