Ghaziabad News : जिला जज अनिल कुमार की कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता नाहर सिंह यादव और जिला जज के बीच हुई नोंकझोंक के बाद सैकड़ों की संख्या में वकील कोर्ट में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। मामले को शांत कराने के लिए बुलाई गई पुलिस ने लाठीचार्ज कर वकीलों को खदेड़ृ दिया। लाठीचार्ज के बाद वकीलों में भारी रोष है। बार सभागार में बुलाई गई आपात बैठक में वकीलों ने जिला जज का बहिष्कार करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता कुलदीप सिंह की ओर से जल्दी सुनवाई की दर्खास्त पर मामला बिगड़ा और फिर बिगड़ता ही चला गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कोर्ट परिसर सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है।
दीपावली बाद धरने की घोषणा
पूर्व बार अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता नाहर सिंह यादव का आरोप है कि जिला जज धोखाधड़ी के आरोपितों को बिना सुने अग्रिम जमानत देने पर तुले हुए थे, जमानत का विरोध किया गया तो पुलिस बुलाकर लाठीचार्ज करा दिया। नाहर सिंह यादव ने चार नवंबर से कोर्ट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की है।
हाईकोर्ट से शिकायत करेंगे वकील
वकीलों का कहना है कि जिला जज की शिकायत हाईकोर्ट से करेंगे। पुलिस के द्वारा किए गए लाठीचार्ज में घायल अधिवक्ता अभिषेक यादव का कहना है कि धोखाधड़ी के मुकदमे में जिला जज अनिल कुमार के यहां सुनवाई चल रही थी। डासना में एलएमसी की जमीन घेरकर सौदा करने का मामला है। आरोपियों की अग्रिम जमानत पर जिला जज के यहां सुनवाई चल रही थी, उसी दौरान नोंकझोंक होने से मामला यहां तक पहुंच गया।
पुलिस चौकी में तोड़फोड़
लाठी चार्ज से गुस्सए वकील के बाद पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की गई। गुस्साए लोग चौकी की तरफ बढ़े तो पुलिस कर्मी चौकी छोड़ भाग खड़े हुए। धक्का मुक्की के दौरान कोर्ट परिसर में लगे मेटल डिटेक्टर भी टूट गए। अधिवक्ता कुलदीप सिंह ने बताया जल्दी सुनवाई की दर्खास्त पर मामला बिगड़ा और फिर बिगड़ता ही चला गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कोर्ट परिसर सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है।
वकीलों ने रखी ये मांगें
पूरे मामले के बाद वकीलों में रोष है। वकीलों ने इस पूरी प्रकरण के लिए जिला जल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग की है अत्यधिक और अनुचित लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कोर्ट परिसर में वकीलों की सुरक्षा की भी मांग उठाई है। वकीलों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो, इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।