Cyber Fraud A Young Man Met In The Virtual World Trapped Her In A Love Trap Duped Her Of More Than Rs 69 Lakh In Real Life Reached Cyber Police Station After Realizing
गाजियाबाद में साइबर ठगी : वर्चुअल दुनिया में मिले युवक ने प्रेमजाल में फंसाया, रियल में 69.42 लाख का चूना लगाया
Ghaziabad News : वर्चुअल और रियल दुनिया में फर्क करना सीखें। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो दिक्कत में फंसने से कोई नहीं बचा सकता। अब गाजियाबाद की एक टीचर को वर्चुअल दुनिया में मिले युवक से दिल लगाना भारी पड़ गया। एक म्जूजिकल एप पर अनजान युवक के साथ गाना गाने के बाद टीचर उसे दिल दे बैठी और शादी कर घर बसाने तक के सपने देख लिए। बिना इस युवक की रियल लाइफ की हकीकत को जाने और समझे। युवक भी चिकनी चुपड़ी बातें करके कभी इस बहाने, कभी उस बहाने टीचर से पैसे ऐंठता रहा। 69.42 लाख रुपये ठगे जाने के बाद टीचर असलियत समझ आई तो साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
आठ महीने तक सपने दिखाकर लूटा
टीचर तुलसी निकेतन इलाके की रहने वाली हैं। वह एक म्यूजिकल एप पर सक्रिय थीं। एक युवक के साथ गाना गाने के बाद उससे दोस्ती हो गई। दोनों एक- दूसरे से तन- मन की बात करने लगे और एक दिन युवक ने टीचर को शादी का ऑफर दे डाला। टीचर में भी उसे चाहने लगी थी, सो हां करने में देर नहीं की। युवक ने हर छोटी- छोटी बात शेयर करनी शुरू कर दी, स्थिति यह हो गई कि टीचर खुद को उसी परिवार को हिस्सा मानने लगी। अब युवक ने अपनी चाल चलनी शुरू की और आए दिन नई परेशानी बताकर रुपये ठगने शुरू कर दिए। शातिर ने आठ माह में 69.42 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।
मुंबई पुलिस द्वारा पकड़े जाने का बहाना बनाया
पीड़िता ने साइबर थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि म्यूजिकल एप के जरिए संपर्क में आए युवक से फरवरी, 2024 में उनकी दोस्ती हुई थी। साथ में एक पर्फोमेंस करने के बाद दोनों के बीच में बातचीत शुरू हुई थी। पीड़िता का आरोप है कि उसने मुझे अपनी बातों में फंसाकर शादी करने का झांसा दिया और फिर रकम ऐंठने के लिए बहाने बनाने शुरू कर दिए। सबसे पहले युवक ने कहा कि मुझे मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है। हालांकि मैने कुछ गलत नहीं किया है लेकिन समझो मैं परेशानी में हूं। उसके बाद उसने बीमार पड़ने का बहाना बनाकर रकम ट्रांसफर करा ली। ऐसे ही वह बहाने बनाकर पैसा ऐंठता रहा।
नंबर ब्लॉक होने पर खुली आंखें
शातिर युवक ने टीचर से अलग-अलग बहाने बनाकर 23 खातों में पैसे ट्रांसफर कराए। एक दिन जब आरोपी का फोन नहीं उठा तो टीचर को लगा कि वह ठगी का शिकार तो नहीं हो गई। उसने लगातार फोन की घंटी बजाई पर सामने से कोई रेस्पांस मिला। उसके बाद युवक ने जब टीचर का नंबर ब्लॉक कर दिया तो दिमाग में आ रहे सारे सवाल हकीकत में सामने खड़े हो गए, और वर्चुअल दुनिया से बाहर निकलकर टीचर ने साइबर थाना पुलिस को लिखित दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।