Tricity Today | पुलिस हिरासत में आरोपी, जानकारी देते डीसीपी रूरल सुरेंद्रनाथ तिवारी
Ghaziabad News : एनएच-9 पर डासना के पास हुई टप्पेबाजी के मामले में पुलिस ने बड़ा सनसनीखेज खुलासा किया है। दरअसल पीड़ित बनकर पुलिस को गुमराह कर रहा डा. मौहतरम ही टप्पेबाजी के इस खेल का मास्टर माइंड निकला। उसी ने गैंग बनाकर अपने सालों से रकम ऐंठने के लिए करेंसी चेंज करने के नाम पर रकम दोगुनी करने का गेम प्लान तैयार किया था। मेरठ के न्यूट्रिमा हॉस्पिटल के रेजीडेंट डॉक्टर मोहतरम ने यह नाटक अपने सालों की रकम हड़पने के लिए किया था। इस नाटक में तीन पुलिसकर्मियों को पार्टनर बनाने का काम मौहतरम के दोस्त और खुद को सपा नेता बताने वाले नदीम ने किया था। वेव सिटी थाना पुलिस ने तीन पुलिस कर्मियों और बाप-बेटे समेत छह अभियुक्तों को को गिरफ्तार कर 4.36 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।
पैसा दोगुना करने के नाम पर हुई थी ठगी
डीसीपी रूरल सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि यह 28 अगस्त की शाम आईएमएस कॉलेज के पास एक बिना नंबर वाली फॉरच्यूनर सवार व्यक्तियों के द्वारा टप्पेबाजी कर साढ़े 12 लाख रुपये लूटे जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत इंदिरापुरम निवासी शादाब की ओर से दी गई थी। पीड़ितों से पूछताछ में पता चला किया शादाब के बहनोई मौहतरम में उन्हें भारतीय करेंसी के बदले दुबई की दोगुनी दिलाने के लिए बुलाया था। मौहतरम ने अपने भी चार लाख रुपए दोगुने कराने की बात कही थी। शादाब और उसका भाई साढ़े आठ लाख रुपये लेकर डबल करवाने पहच गए।
शिकायत पर चार टीमें गठित कर दी गईं
शादाब ने पुलिस को बताया कि एनएच-9 पर फॉरच्यूनर सवार चार व्यक्ति पहुंचे उनमें से दो पुलिस की वर्दी में थे। मौहतरम ने भी एक पैकेट देते हुए उसमें रखे चार लाख रुपये डबल कराने की बात कही थी। दोनों पैकेट लेकर फॉरच्यूनर सवार फरार हो गए थे। डीसीपी रूरल ने बताया कि पुलिस को मिली इस शिकायत पर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई। टप्पेबाजों की धरपकड़ के लिए चार टीमें गठित कर दी गईं।
करेंसी बदलने वाले बनकर तीनों पुलिसकर्मी और नदीम पहुंचे थे
मौहतरम ने पुलिस को बताया कि उसकी योजना के मुताबिक नदीम और तीनों पुलिसकर्मी करेंसी एक्सचेंज करने वाले बनकर पहुंचे और साढ़े 12 लाख रुपयों के दो पैकेट लेकर फरार हो गए। डा. मेहतराम खुद पीड़ित बनकर पुलिस को गुमराह करता रहा। हापुड़ में तैनात हैड कांस्टेबल अनिल पहले से नदीम के संपर्क में था, उसी ने नदीम के कहने पर आगरा में तैनात हैड कांस्टेबल सचिन और अंकुर विहार थाने में तैनात हैड कांस्टेबल संजय को हिस्सेदारी का ऑफर देकर शामिल कर लिया। पुलिस ने मोहतरम, उसके पिता आसिफ, दोस्त नदीम के साथ तीनों हैड कांस्टेबल अनित सचिन और संजय को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे ठगी गई 4.36 लाख की रकम बरामद की है।
मौहतरम ने रची थी धोखाधड़ी की साजिश
खुद पीड़ित बनकर अपने सालों के साथ मौजूद मेरठ निवासी मौहतरम से पुलिस ने पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया। मौहतरम ने अपने पिता मोहम्मद आरिफ व दोस्त नदीम और हापुड़ में कार्यरत हैड कांस्टेबल अनिल कुमार, आगरा में तैनात हैड कांस्टेबल सचिन कुमार और गाजियाबाद के अंकुर विहार थाने में तैनात हैड कांस्टेबल संजय कुमार के साथ मिलाकर धोखाधड़ी की साजिश रची थी।
विश्वास जमाने के लिए खुद भी दिए थे चार लाख
मौहतरम को पता था कि उसके साले के पास बहुत पैसा है। जैसे ही उसने रकम दोगुना कराने की बात साले से कही वह तैयार हो गया। विश्वास जमाने के लिए डा. मौहतरम ने अपने भी चार लाख रुपये डबल कराने को दिए थे। साजिश के तहत मौहतरम ने शादाब से कहा कि भारतीय मुद्रा देने पर उसके मूल्य की दोगुनी दुबई करेंसी मिलेगी।
शादाब ने कुल साढ़े आठ लाख रुपये दिए थे
शादाब, उसके भाई मेहराज ने कुल साढ़े आठ लाख रुपये दिए थे, मौहतरम ने एक बंद पैकेट में चार लाख रुपये खुद के होने की बात कहकर कुल साढ़े 12 लाख रुपये की करेंसी एक्सचेंज कराने की बात कही थी। इसलिए दोनों भाईयों को मौहतरम पर शक नहीं हुआ, उन्होंने मान लिया कि उनके साथ बहनोई के भी चार लाख लुट गए।
आरोपियों से बरामद हुए 4.36 लाख रुपये
डीसीपी रूरल ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को शुक्रवार सुबह वेव सिटी के पास से गिरफ्तार 4.36 लाख रुपये बरामद कर लिए। मौहतरम के दोस्त मेरठ जनपद निवासी नदीम ने खुद को समाजवादी पार्टी को नेता बताया है। वर्तमान में वह डासना में रहता है। नदीम आपराधिक छवि का है, उसके खिलाफ हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट के तहत दो मामले मेरठ में और हत्या की धमकी देने का एक मामला गाजियाबाद में पहले से ही दर्ज है।