Tricity Today | क्राइम ब्रांच टीम की कस्टडी में गांजा सप्लायर, मामले की जानकारी देते एडीसीपी सच्चिदानंद।
Ghaziabad News : गाजियाबाद के साथ ही पूरे दिल्ली एनसीआर में नशे का कारोबार खूब फल- फूल रहा है। गाजियाबाद कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने मसूरी थानाक्षेत्र से एक कुंतल से अधिक गांजा पकड़ा है। इस गांजे की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है। पकड़ा गया गांजा उड़ीसा से तस्करी कर लाया गया था, इसकी सप्लाई दिल्ली- एनसीआर के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में की जानी थी। पुलिस ने सप्लायर को गिरफ्तार किया है। बुधवार को ही क्राइम ब्रांच ने शालीमार गार्डन थानाक्षेत्र से 25 लाख की अफीम पकड़ी थी। पुलिस द्वारा पकड़े गए सप्लायर ने बताया था कि अफीम दिल्ली बार्डर पर सप्लाई करनी थी।
डीएमई अंडरपास से गिरफ्तार किया
एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने एक गांजा सप्लायर को डासना- मुरादनगर मार्ग पर दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) अंडरपास से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त ने अपना नाम सुरेंद्र पुत्र सत्तो बताया है, वह मथुरा जनपद के कोसीकला थानाक्षेत्र में खिट्टावटा गांव का रहने वाला है। अभियुक्त के कब्जे से टीम ने 102 किलो गांजा बरामद किया है। दरअसल सुरेंद्र कैंटर पर चालक की नौकरी करता था और अन्य माल के साथ वह उड़ीसा गांजा भी छिपाकर लाता था। बरामद गांजा दिल्ली- एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सप्लाई किया जाना था। एडीसीपी ने बरामद गांजे की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई है।
पांच वर्षों से कर रहा था सप्लाई
एडीसीपी के मुताबिक 30 वर्षीय सुरेंद्र ने पुलिस को बताया है कि वह पांच वर्षों से उड़ीसा से गांजे की तस्करी कर दिल्ली- एनसीआर में सप्लाई करता है। उसका वसूल है कि उसने कभी किसी को इस काम में शामिल नहीं किया। सुरेंद्र ने बताया कि गांजा सप्लाई में मोटा फायदा होता है। सप्लाई से जो पैसा मिलता है उससे वह घर के खर्चे पूरे करने के साथ मौज मस्ती और अपने शौक पूरे करता है। उसने पुलिस को दिल्ली- एनसीआर में गांजे की तस्करी में लिप्त कुछ लोगों की जानकारी भी पुलिस को दी है। जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम छापेमारी कर रही है।
10वीं तक पढ़ा है गांजा सप्लायर
क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ा गांजा सप्लायर दसवीं तक पढ़ा है। सुरेंद्र ने बताया कि ट्रक ड्राईवर की नौकरी करते हुए भुवनेश्वर, उड़ीसा में उसकी मुलाकात एक ऐसे चालक से हुई जो उड़ीसा से गांजा लेकर दूसरे राज्यों में सप्लाई करता था, उसने सुरेंद्र की मुलाकात गांजा तस्कर ओमवीर से कराई। ओमवीर से मिलकर सुरेंद्र ने भी गांजा सप्लाई करने का काम शुरू कर दिया। एक कुंतल गांजा सप्लाई करने के लिए ओमवीर उसे 50 हजार रुपये देता था। क्राइम ब्रांच टीम ने सुरेंद्र के कब्जे से कैंटर वाहन संख्या HR 38 - W 3604 भी बरामद की है।
लोनी बार्डर से पकड़ी 25 लाख की अफीम
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने अफीम सप्लायर ज्ञान चंद यादव को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक किलो से अधिक अफीम बरामद की थी। दिल्ली बार्डर के पास लोनी बार्डर थानाक्षेत्र से बरामद की गई अफीम की कीमत करीब 25 लाख रुपये है। ज्ञान चंद ने बताया कि वह झारखंड के पलामू जिले का रहने वाला है और हाईस्कूल तक पढ़ा है। ज्ञान चंद यादव ने बताया कि गांव का पिंटू उससे दिल्ली- एनसीआर में अफीम की सप्लाई करवाता है। उसे हर चक्कर 20 हजार रुपये मिलते हैं। ज्ञान चंद करीब साल से अफीम की सप्लाई कर रहा था।