Ghaziabad News : आमजन की निगाह में सरकारी अस्पतालों में किसी गंभीर बीमारी का अच्छा उपचार नहीं मिलता, लेकिन ऐसा नहीं है। सरकारी अस्पतालों की स्थिति में काफी सुधार आ रहा है। अब सरकारी अस्पतालों में तमाम तरह की सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध है। संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में थायराइड का पहला ऑपरेशन हुआ है। डॉक्टरों के मुताबिक ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। पीड़िता स्वस्थ्य हैं, हालांकि ऑपरेशन के बाद अभी उन्हें निगरानी में रखा गया है, जल्द ही छुट्टी कर घर भेज दिया जाएगा।
ऑपरेशन से निकाली गई गले की गांठ
शास्त्री नगर निवासी 31 वर्षीय महिला को पिछले काफी समय से परेशानी हो रही थी। थायराइड के चलते उनके गले में गांठ बन गई थी। जांच के बाद ईएनटी सर्जन डा. राजेंद्र गोला ने उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी। महिला के साथ ही उनके पति ने भी ऑपरेशन के लिए हां करने में देर नहीं लगाई। ऑपरेशन के बाद महिला को अस्पताल में ही चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। डा. गोला ने बताया कि थायराइड की वजह से महिलाओं में कई बीमारियां बन जाती है। गले में गांठ बढ़ने पर मरीज को ऑपरेशन कराने की जरूरत पड़ती है।
एनीमिक थी महिला
ऑपरेशन से पहले डा. राजेंद्र गोला ने महिला की तमाम जांच कराईं। अल्ट्रासाउंड और खून की जांचें हुईं। पता चला महिला का हीमोग्लोबिन काफी कम है। खून की कमी मिलने पर पहले 15 दिन खून बढ़ाने वाली दवा खिलाई गईं। फिर से जांच कराने के बाद जब रिपोर्ट सही आ गई तो मंगलवार को महिला का ऑपरेशन कर दिया गया।
पहले ईएनटी सर्जन नहीं था: सीएमएस
अस्पताल के सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय ने बताया कि अस्पताल में लंबे समय से कोई ईएनटी विशेषज्ञ नहीं था। इसकी वजह से अब तक कोई ईएनटी का ऑपरेशन नहीं हुआ था। अस्पताल में थाइराइड का पहला ऑपरेशन सफलर हा है। महिला को ऑपरेशन के बाद अस्पताल में ही निगरानी में रखा गया है।