Ghaziabad News : रियल एस्टेट फर्म गौर ग्रुप ने गाजियाबाद में एक भव्य लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट की घोषणा की है, जिसके तहत कंपनी 1,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह परियोजना 'गौर एनवाईसी रेजिडेंस' नाम से जानी जाएगी और यह गाजियाबाद के प्रमुख इलाके में स्थित होगी। परियोजना का मुख्य उद्देश्य गाजियाबाद और एनसीआर क्षेत्र में बढ़ती लग्जरी आवासीय मांग को पूरा करना है।
1,200 से ज्यादा फ्लैट तीन दिन में बिके
गौर ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मनोज गौर ने बताया कि इस नई परियोजना के अंतर्गत सभी 1,216 फ्लैट लॉन्च किए जा चुके हैं। ये लॉन्च के मात्र तीन दिनों के भीतर ही बिक गए थे। इस बिक्री से कंपनी ने 3,100 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। उन्होंने कहा, "हमें 3000 से अधिक ग्राहकों से अभिरुचि पत्र प्राप्त हुए, और हमने फ्लैट्स का आवंटन पारदर्शी तरीके से यूट्यूब पर लाइव लॉटरी के जरिए किया।"
परियोजना की भारी मांग और निवेश योजना
गौर ग्रुप के अनुसार, इस परियोजना की लागत 1,600 करोड़ रुपये होगी, जिसमें से 1,200 करोड़ रुपये शुद्ध निर्माण कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। यह परियोजना 12 एकड़ जमीन पर विकसित हो रही है और इसमें 30 लाख वर्ग फुट से ज्यादा का विकास योग्य क्षेत्र होगा। मनोज गौर ने यह भी बताया कि कंपनी इस परियोजना के निर्माण के लिए पूरी तरह से आंतरिक स्रोतों का उपयोग करेगी।
ब्रांड विश्वसनीयता से मिल रही है मांग
गौर ग्रुप के निदेशक सार्थक गौर ने इस परियोजना की भारी मांग का श्रेय कंपनी की विश्वसनीयता, समय पर डिलीवरी और मजबूत ब्रांड वैल्यू को दिया। उन्होंने कहा, "दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रीमियम रहने की जगहों की मांग लगातार बढ़ रही है, और हमारा समूह उस मांग को पूरा करने में सक्षम है।" गौर एनवाईसी रेजिडेंस परियोजना दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित है और इसमें 10 टावर बनाए जाएंगे, जिनमें से प्रत्येक 32 मंजिल ऊंचा होगा। इस परियोजना की लोकेशन और गुणवत्ता ने इसे ग्राहकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया है।
गौर ग्रुप की बड़ी परियोजनाएं
गौर ग्रुप ने पिछले तीन दशकों में 65 मिलियन वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र में निर्माण कार्य किया है और 65,000 से अधिक यूनिट्स को ग्राहकों तक पहुंचाया है। समूह ने शॉपिंग मॉल, स्कूल, होटल और सौर संयंत्र जैसे क्षेत्रों में भी कदम रखा है, जिससे यह एक बहुआयामी रियल एस्टेट समूह बन चुका है। गौर सिटी, जो कि नोएडा एक्सटेंशन में स्थित है, समूह की सबसे प्रमुख परियोजनाओं में से एक है और वर्तमान में यह 30,000 से अधिक परिवारों का घर है।
कोविड के बाद लग्जरी आवास की मांग में तेजी
कोविड महामारी के बाद से आवासीय संपत्तियों, विशेषकर लक्जरी घरों की मांग में जोरदार उछाल आया है। ऐसे समय में, जिन डेवलपर्स का ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत रहा है, उनकी परियोजनाओं की मांग और भी बढ़ी है। डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के अनुसार, 2023 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री 10,198 यूनिट तक पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 9,635 यूनिट थी।