Ghaziabad Assembly By Election Sanjeev Sharma Will Be The Bjp Candidate The Party Expressed Confidence In The City President Mp Atul Garg Became The Savior
गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव : संजीव शर्मा होंगे भाजपा के प्रत्याशी, पार्टी ने महानगर अध्यक्ष पर जताया भरोसा, सांसद अतुल गर्ग बने खेवनहार
Ghaziabad News : गाजियाबाद विधानसभा उप-चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। भाजपा ने महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा पर भरोसा जताया है। माना जा रहा है कि उन्हें प्रत्याशी घोषित कराने में सांसद अतुल गर्ग ने खेवनहार का काम किया है। जिले के सभी विधायकों और संगठन के बल पर सांसद अतुल गर्ग ने पूरी मोर्चे बंदी करते हुए लोकसभा चुनाव के लिए टिकट हासिल कर भारी भरकम मतों से विजय हासिल की थी, उनके सांसद चुने जाने के बाद ही गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट खाली हुई थी।
बसपा से वैश्य आने के साथ ही साफ हो गया
बसपा से वैश्य प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की टिकट के लिए दावेदारी मजबूत हो गई थी। उससे पहले वसुंधरा स्थित होटल में पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से सभी जनप्रतिनिधियों ने गाजियाबाद विधानसभा उप- चुनाव को लेकर गंभीर मंत्रणा की थी, इस मंत्रणा में महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के शामिल न होने सभी यही संदेश गया था कि सभी ने मिलकर टिकट के महानगर अध्यक्ष की पैरवी की।
लोकसभा चुनाव के नतीजों से डरी है भाजपा
भाजपा इसी साल हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर डरी हुई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में ही लगा था। सभी 80 सीटे जीतने का दावा करने वाली भाजपा कुल 35 सीटों पर सिमटकर रह गई थी जबकि सपा ने अपने इतिहास में सबसे ज्यादा 37 सीटों पर कब्जा कर इतिहास रच दिया था।
2007 में सुनील शर्मा पर लगाया था दांव
भाजपा ने इससे पहले 2007 में ब्राहमण समाज के प्रत्याशी के रूप में सुनील शर्मा पर दांव लगाया था। उस चुनाव में सुनील शर्मा पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे थे। अब वह साहिबाबाद से विधायक हैं और प्रत्याशी बनाए गए संजीव शर्मा का आवास भी साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में ही है। इंडिया गठबंधन से अमरपाल शर्मा को प्रत्याशी बनाने जाने की चर्चा को भाजपा की यह दांव पुनर्विचार के लिए मजबूर सकता है।
पहली बार उपचुनाव लड़ेगी बसपा
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि बसपा ने चरम पर होते हुए भी कभी सूबे में उपचुनाव नहीं लड़ा और छह माह पूर्व लोकसभा में जीरो पर आउट हुई बसपा इस बार उप- चुनाव लडेगी। माना जा रहा है कि उपचुनाव में बसपा के चुनाव लड़ने से कई सीटों पर हार जीत के समीकरण बदल सकते हैं, और यही महत्वपूर्ण है। हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में स्व. सुरेश बंसल भाजपा को पटखनी देकर यह सीट बसपा की झोली में डाल दी थी।
2022 में विधानसभा चुनाव में स्थिति
भाजपा - अतुल गर्ग - 1,50,205
सपा- रालोद - विशाल वर्मा - 44,668
बसपा - केके शुक्ला - 32691
कांग्रेस - सुशांत गोयल - 11,818
सीट के मतदाताओं के बारे में जानें
कुल मतदाता : 4,61,360
दलित करीब 75 हजार
ब्राहमण करीब 70 हजार
वैश्य करीब 70 हजार
मुस्लिम करीब 75 हजार
पंजाबी करीब 50 हजार