Ghaziabad News : गाजियाबाद कोर्ट परिसर में दिन भर चले प्रकरण में पुलिस का पक्ष सामने आया है। एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने कहा है कि अधिवक्ता नाहर सिंह यादव और उनके साथ कुछ अन्य वकीलों ने जिला जज से बुलरेज आलम समेत नौ अन्य की जमानत पर सुनवाई दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की थी। जिला जज के इंकार करने पर अधिवक्ता नाराज हो गए।
मामला ट्रांसफर ने करने पर भड़के अधिवक्ता
एडीसीपी ने बताया कि बुलरेज आलम समेत सभी नौ मुल्जिमों को 25 अक्टूबर को तीन दिन के लिए जमानत मिली थी। उसी मामले में नियमित जमानत के लिए सुनवाई के दौरान वादी एडवोकेट जितेंद्र सिंह, एडवोकेट अभिषेक यादव, एडवोकेट नाहर सिंह यादव और एडवोकेट ओरंगजेब खान और अन्य अधिवक्ता कोर्ट में मौजूद थे। अग्रिम जमानत की सुनवाई अन्य कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की गई थी और मना होने पर बवाल करने लगे।
डीजे चेंबर में जबरन घुसने का भी प्रयास का किया
एडीसीपी दिनेश कुमार पी. का कहना है कि अधिवक्ताओं ने जिला जज के चेंबर मेंं भी जबरन घुसने का प्रयास किया। इसी बीच मौके पर डीसीपी सिटी और एसीपी कविनगर के नेतृत्व में मौजूद पुलिस ने जिला जज को सुरक्षा घेरे में लिया गया अधिवक्ताओं के बीच निकालकर उनके चेंबर में पहुंचाया गया। इसी बीच में अधिवक्ताओं को बाहर निकलवाने की भी कोशिश की गई।
पुलिस डीजे की सुरक्षा में थी वकीलों ने की तोड़फोड़
एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि जब पुलिस फोर्स जिला जज को सुरक्षित निकालकर ले जा रहे थे, इसी बीच मौके का फायदा उठाकर अधिवक्ताओं ने भूतल पर पहुंचे और वहां पुलिस चौकी पर मौजूद फर्नीचर व अन्य सामान तोड़ने के बाद आगजनी की। एडीसीपी ने कहा कि पुलिस इस संबंध में सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्य एकत्र कर रही है। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।