छह करोड़ युवाओं को मिलेगा रोजगार, फाइबर टेक्निकल टैक्सटाइल पर हो रही रिसर्च

गाजियाबाद में बोले गिरिराज सिंह : छह करोड़ युवाओं को मिलेगा रोजगार, फाइबर टेक्निकल टैक्सटाइल पर हो रही रिसर्च

छह करोड़ युवाओं को मिलेगा रोजगार, फाइबर टेक्निकल टैक्सटाइल पर हो रही रिसर्च

Tricity Today | गाजियाबाद में केंद्रीय मंंत्री का स्वागत करते निट्रा के अधिकारी।

Ghaziabad News : 2014 से लेकर भारत में टैक्सटाइल सेक्टर में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। पहले भी इसी तरह से काम हुआ होता तो इस सेक्टर में रोजगार की भरमार होती और हम पूरी दुनिया को लीड कर रहे होते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टैक्सटाइल में रिसर्च के लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट दिया है। हमारे चार बड़े संस्थान लगातार रिचर्स में जुटे हुए हैं। यह बातें गुरुवार को गाजियाबाद पहुंचे केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरीराज सिंह ने कहीं। इस मौके पर उन्होंने राजनीति से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया

केंद्रीय मंत्री ने जेसीटी का उदघाटन किया
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने 62वीं  ज्वाइंट टेक्नोलॉजिकल 'कांफ्रेंस (जेसीटी) का उदघाटन किया। उन्होंने वस्त्र उत्पाद एवं तकनीक संबंधित प्रदर्शनी, पोस्टर प्रस्तुतीकरण तथा निटरा के नॉन वूवेन प्लांट और फाइबर स्पिनिंग प्लांट का भी उदघाटन किया। अपने भाषण में केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने वस्त अनुसन्धान संस्थानों की गतिविधियों और उपलब्धियों पर प्रसन्नता जाहिर की।

छह करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह गुरुवार को गाजियाबाद स्थित NITRA (Northern India Textile Research Association) पहुंचे थे। यहां उन्होंने 62वीं ज्वाइंट टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस मौके पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने बताया कि टैक्सटाइल सेक्टर में चार से छह करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। केन्द्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह जेटीसी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस बार निटरा अपने स्वर्ण जयंती वर्ष (1974 - 2024) में इस कार्यक्रम का आयोजन गाजियाबाद के अपने प्रंगण में 24 - 25 अक्टूबर 2024 को कर रही है।

2030 तक 12 से 15 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट करेंगे
गाजियाबाद के नॉर्थ इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन (NITRA) के स्वर्ण जयंती समारोह पर पर गिरिराज सिंह ने कहा टेक्सटाइल सेक्टर में तो कई इंस्टिट्यूट काम कर रहे हैं, लेकिन चार नेशनल इंस्टीट्यूट हैं, जो फाइबर टेक्निकल टेक्सटाइल को लेकर रिसर्च कर रहे हैं। भारत में 2014 से पहले इस पर काम नहीं होता था। आज हम तीन बिलियन डॉलर एक्सपोर्ट कर रहे हैं। 2030 तक 12 से 15 बिलियन डॉलर कर लेंगे।

12 स्टार्टअप शुरू कर चुके हैं
केंद्रीय मंत्री ने कहा ‌कभी कार्बन फाइबर के बारे में सुना था, अब वह भी है। जो आज तक नहीं होता था, नायलॉन 66 सेक्टर में काम में आता है, खास करके टायर में नायलॉन के धागे होते हैं। प्रधानमंत्री ने 1500 करोड रुपए टेक्सटाइल के रिसर्च के लिए दिया है। हम 12 स्टार्टअप शुरू कर चुके हैं। जल्द ही यह संख्या बढ़कर 150 पहुंच जाएगी।

राष्ट्रीय तकनीकी सम्मलेन है जेटीसी
ज्वाइंट टेक्नोलॉजिकल कांफ्रेंस (जेटीसी) भारत के अग्रणी वस्त्र अनुसन्धान संस्थानों अटीरा, बिटरा, सिटरा और निटरा का वार्षिक कार्यक्रम है। यह संयुक्त रूप से आयोजित एक राष्ट्रीय तकनीकी सम्मलेन है, जिसमें वस्त्र एवं परिधान उद्योग 'के प्रतिनिधि भाग लेते हैं। वस्त्न अनुसन्धान संस्थानों द्वारा विगत वर्ष में आर एंड डी आधारित तकनीकी विकास के कार्यों को प्रस्तुत किया जाता है।

इन उच्चाधिकारियों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया
कपड़ा मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव सक्सेना और कपड़ा आयुक्त  श्रीमती रूप राशि ने भी सम्मलेन में भाग लिया। इसके अतिरिक्त निटरा के चेयरमैन विदित जैन, डिप्टी चेयरमैन संदीप होरा, अटीरा, बिटरा और सिटरा के निदेशक प्रग्नेश शाह, डा. वी. श्रीकुमार और डा. प्रकाश वासुदेवन, निटरा के महानिदेशक डा. अरिंदम बासु, विभिन्न अनुस्धान उद्योगों के प्रतिनिधि तथा सैन्य एवं अर्ध-सैन्य बलों के उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस दो दिवसीय सम्मलेन में पारंपरिक एवं तकनीकी वस्त्र  तकनीक पर आठ वस्त्र  अनुसन्धान संस्थानों के वैज्ञानिकों द्वारा 26 शोध पत्र लगभग 200 प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किये।

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