Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने ग्रुप हाउसिंग भूखंडों का आवंटन करते समय ही पर्चेजेबल एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) देने की तैयारी शुरू कर दी है। जीडीए का प्रयास है कि अगले माह होने वाली नीलामी तक यह नई व्यवस्था लागू कर दी जाए। दरअसल बिल्डर्स को नीलामी के जरिए जब ग्रुप हाउसिंग प्लॉट का आवंटन किया जाता है तो उस पर डेढ़ एफएआर मिलती है। आवंटन के बाद पर्चेजेबल एफएआर प्राप्त करने के बिल्डर को नए सिरे आवेदन करना पड़ता है। नई व्यवस्था के बाद ऐसा नहीं करना पड़ेगा।
पर्चेबल एफएआर अलग से लेने के झाम
पर्चेजेबल को मिलाकर बिल्डर को ढाई एफएआर प्राप्त हो जाती है। मतलब, एक हजार वर्गमीटर के प्लॉट पर बिल्डर ढाई हजार वर्गमीटर के फ्लोर बनाने के लिए अधिकृत हो जाता है, लेकिन पर्चेजेबल एफएआर अलग से लेने के चक्कर में काफी समय लग जाता है और बिल्डर की भागदौड़ भी जाती है। इसका असर यह पड़ता है कि प्रोजेक्ट पूरा होने में अधिक समय लगता है और बायर्र को फ्लैट मिलने में देरी होती है। इसके अलावा जीडीए को भी पैसा एकमुश्त नहीं मिल पाता।
नई व्यवस्था से दूर होंगे सारे झाम
नई व्यवस्था के मुताबिक नीलामी के साथ ही जब किसी प्लॉट को बिल्डर को आवंटन होगा तो उसपर सीधे ढाई एफएआर दिया जाएगा। प्लॉट के भुगतान के साथ ही बिल्डर पर्चेजेबल एफएआर का भी भुगतान कर देगा। इससे जीडीए को पैसा एक मुश्त मिल जाएगाद्व बिल्डर को पर्चेजेबल एफएआर के लिए अलग से चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और प्रोजेक्ट पूरा होने समय कम लगेगा, नतीजतन बायर्स को फ्लैट जल्दी मिल सकेंगे।
शासन पहले ही कर चुका है प्रावधान
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने इस संबंध में बताया कि शासन स्तर से पहले ही आवंटन के साथ पर्चेजेवल एफएआर भी दिए जाने के प्रावधान कर दिए हैं लेकिन इस व्यवस्था को अभी तक जीडीए बोर्ड द्वारा अंगीकार नहीं किया गया, इसलिए यह व्यवस्था जीडीए के क्षेत्र में लागू नहीं है। अब इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अपर सचिव, वित्त नियंत्रक और सीएटीपी और दो विशेष कार्याधिकारियों को शामिल करते हुए कमेटी बनाई गई है।