गाजियाबाद का AQI हुआ 672, दुनिया के प्रदूषित शहरों में सातवें पायदान पर पहुंचा

Hazardous : गाजियाबाद का AQI हुआ 672, दुनिया के प्रदूषित शहरों में सातवें पायदान पर पहुंचा

गाजियाबाद का AQI हुआ 672, दुनिया के प्रदूषित शहरों में सातवें पायदान पर पहुंचा

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Ghaziabad News : गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होने के बाद खतरनाक हो गई है। सड़क का हाल छोड़िए, घरों में भी लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं। प्रदूषित हवा में सांस लेना रोजाना 13.2 सिगरेट पीने जितना नुकसानदायक है। सांसों के इस आपातकाल में भी राजनगर एक्सटेंशन एक्सटेंशन में निर्माण कार्य चल रहा है और सड़क किनारे पड़े कूड़े में लगी आग का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। पीएम2.5 - 296 और पीएम10- 624 पर पहुंच गया है। दोपहर एक बजे गाजियाबाद में अधिकतम एक्यूआई 672 दर्ज किया गया है।

संजयनगर का हाल सबसे बुरा
यूं तो बुरे शहर में ही प्रदूषण के चलते बुरा हाल है और लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, लेकिन एक्यूआईडॉटइन के मुताबिक संजयनगर में सबसे ज्यादा एक्यूआई 624 दर्ज किया गया है, जो खतरनाक श्रेणी में है। इसी श्रेणी में इंदिरापुरम में एक्यूआई 586, मोहननगर में 563, राजनगर एक्सटेंशन में 510 और वसुंधरा में 446 दर्ज किया गया है।

रोजाना 13 सिगरेट पीने जितना खतरनाक
गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति इतनी विकट हो गई कि इस हवा में सांस लेने से स्वास्थ्य के लिए रोजाना 13.2 सिगरेट पीने के बराबर नुकसानदायक है। डाक्टरों की सलाह है कि इतनी प्रदूषित हवा में घर में एयर प्यूरीफायर चलाकर रहें। घर से बाहर निकलें तो एन-95 मास्क का प्रयोग करें। जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घर से न निकलें।

बच्चे, बुजुर्ग को गर्भवती बरतें विशेष सावधानी
प्रदूषण के चलते सबसे ज्यादा खतरा बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को है। सांस, हृदय और ह‌ाइपरटेंशन के रोगी भी इतनी प्रदूषित हवा में सांस लेने से भयंकर बीमार पड़ सकते हैं। इन सभी लोगों को चिकित्सकों की सलाह है कि घर से बाहर न निकलें। घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद करके रखें और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और तबियत बिगड़ने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।

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